लोगों को हो रही समस्या दुपहरी में हरियाली वाले रास्ते से गुजरने वालों ने ही थोड़ी राहत महसूस की। वहीं, आशियाना, गोमती नगर समेत अन्य इलाकों में सड़कों से गुजर लोगों को आग से गुजरने जैसा एहसास हुआ। चिलचिलाती धूप में राहत पाने के लिए खीरा, ककड़ी के ठेले, छाछ, बेल का शरबत और शिकंजी की दुकानों पर जुटे रहे। लखनऊ समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में धूल भरी हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है। इसके अलावा 19 और 20 अप्रैल को भी पारा 40 डिग्री के आसपास रहने का अनुमान है।
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क्या कहते हैं जानकार वरिष्ठ भू-वैज्ञानिक डॉक्टर सीएम नौटियाल ने जानकारी देते हुए बताया कि अप्रैल में अभी तेज गर्मी का प्रमुख कारण राजस्थान के रेगिस्तानी क्षेत्र से आ रही गर्म हवाएं हैं नहीं तो इतना तापमान महीने के अंत में होता। सागर के क्षेत्र में कम वायु दबाव होता या पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तरी भाग में आंधी वर्षा हो जाती और तापमान गिरता, फिलहाल ऐसी संभावना नहीं दिख रही है। ऐसे में कहा जा सकता है कि आने वाले दिनों में गर्मी अभी और परेशान करेगी। ऐसे में लोगों को सतर्क रहना चाहिए और अपना ख्याल रखना चाहिए।
क्या कहते हैं जानकार वरिष्ठ भू-वैज्ञानिक डॉक्टर सीएम नौटियाल ने जानकारी देते हुए बताया कि अप्रैल में अभी तेज गर्मी का प्रमुख कारण राजस्थान के रेगिस्तानी क्षेत्र से आ रही गर्म हवाएं हैं नहीं तो इतना तापमान महीने के अंत में होता। सागर के क्षेत्र में कम वायु दबाव होता या पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तरी भाग में आंधी वर्षा हो जाती और तापमान गिरता, फिलहाल ऐसी संभावना नहीं दिख रही है। ऐसे में कहा जा सकता है कि आने वाले दिनों में गर्मी अभी और परेशान करेगी। ऐसे में लोगों को सतर्क रहना चाहिए और अपना ख्याल रखना चाहिए।