डेंगू का प्रकोप और मरीजों की स्थिति
सरोजनीनगर और अन्य क्षेत्रों में डेंगू और मलेरिया से पीड़ित मरीजों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। अस्पतालों में मरीजों की भीड़ देखते ही बनती है, जहां डॉक्टर और अन्य चिकित्सा विशेषज्ञ प्लेटलेट्स की कमी को दूर करने के लिए कीवी और नारियल पानी जैसी पोषक वस्तुओं के सेवन की सलाह दे रहे हैं। इन फलों और अन्य प्राकृतिक संसाधनों के बढ़ते उपयोग के पीछे उनका प्लेटलेट्स बढ़ाने में सहायक होना मुख्य कारण है। यह भी पढ़ें
UP Rain Alert: यूपी के पांच जिलों में मौसम का अलर्ट: बारिश, तेज हवा और बिजली गिरने की चेतावनी
मांग के चलते बढ़ी कीमतें
फल विक्रेता अजय के अनुसार डेंगू और अन्य वायरल बीमारियों के कारण कीवी और नारियल पानी की मांग बढ़ी है, जिससे उनके दामों में भी इजाफा हुआ है। राजधानी की मंडियों में सप्लाई और डिमांड के बीच अंतर बढ़ने से कीमतों में बढ़ोतरी स्वाभाविक है। मोहन नामक एक नारियल पानी विक्रेता ने बताया कि राजधानी की मंडी में दूसरे राज्यों से आने वाले नारियल की आपूर्ति सीमित हो गई है। यह भी पढ़ें
Lucknow Pollution: लखनऊ में प्रदूषण का कहर: अस्पतालों में बढ़ी भीड़, सांस लेने में दिक्कत
मंडी के आंकड़े
मंडी में नारियल की कीमत 60 से 65 रुपये प्रति नग तक बढ़ चुकी है।फुटकर बाजार में यह 70-80 रुपये तक बिक रहा है।
रोगियों के परिजन और उनकी चुनौतियां
डेंगू रोगियों के परिजन अपने प्रियजनों की स्वास्थ्य स्थिति को बेहतर करने के लिए इन महंगे फलों और नारियल पानी का सहारा ले रहे हैं। हालांकि, बढ़ती कीमतों ने उनके बजट पर भारी बोझ डाल दिया है। एक स्थानीय निवासी ने बताया, “पहले हम आसानी से पपीता, कीवी और नारियल खरीद लेते थे, लेकिन अब इनकी कीमतें इतनी बढ़ गई हैं कि सामान्य परिवारों के लिए यह मुश्किल हो रहा है।” यह भी पढ़ें
डेंगू और मलेरिया से लखनऊ में बढ़ी चिंताएं: 2111 डेंगू और 473 मलेरिया के मामले
डॉक्टरों की सलाह और महत्वपूर्ण उपाय
डॉक्टर भी मानते हैं कि कीवी और नारियल पानी का सेवन प्लेटलेट्स बढ़ाने में मददगार होता है। हालांकि, चिकित्सक यह भी सलाह देते हैं कि मरीजों को घर पर आराम करना चाहिए और हाइड्रेटेड रहना चाहिए। अन्य फलों जैसे पपीता और ड्रैगन फ्रूट भी काफी मददगार हो सकते हैं।स्थानीय व्यापारियों की प्रतिक्रिया
फल व्यापारी अजय का कहना है कि इस समय कीवी की बिक्री में भारी इजाफा हुआ है, जिससे दाम भी बढ़े हैं। उन्होंने बताया कि एक दिन में एक दुकान पर लगभग 10 किलो कीवी बिक जाती है। नारियल पानी की सप्लाई भी सीमित है, जिससे इसके दाम बढ़ गए हैं। विक्रेता मोहन के अनुसार, “मंडी में जो भी नारियल आता है, वह तुरंत बिक जाता है, लेकिन डिमांड पूरी नहीं हो पा रही है।”समाधान और आगे की राह
विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार को इस प्रकार के मौसमी संकटों के समय खाद्य वस्तुओं की आपूर्ति और उनके दामों पर नियंत्रण रखने के उपाय करने चाहिए। इसके साथ ही, नागरिकों को जागरूक करने के लिए सरकारी अभियानों का भी आयोजन किया जाना चाहिए ताकि लोग घरेलू उपचार और वैकल्पिक उपायों के बारे में भी जान सकें। यह मौसमी दौर लोगों को सावधान और सचेत रहने की आवश्यकता की याद दिलाता है। स्वस्थ आहार और उचित देखभाल से ही इन बीमारियों से बचा जा सकता है।कीवी और नारियल पानी के फायदे
कीवी और नारियल दोनों ही स्वास्थ्यवर्धक फल हैं, जिनके सेवन से कई तरह के फायदे मिलते हैं। कीवी में विटामिन सी, एंटीऑक्सिडेंट, फाइबर और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं। यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करता है और प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाने के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है। डेंगू, टायफाइड, और वायरल बुखार जैसी बीमारियों में कीवी का सेवन लाभकारी होता है। ठंडी तासीर होने के कारण कीवी पेट की गर्मी को शांत करता है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है। यह भी पढ़ें
Chhath Puja Festival: ए.के. शर्मा ने छठ घाटों की चाक-चौबंद व्यवस्था कराने के दिए निर्देश
नारियल पानी में भी कई आवश्यक पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को हाइड्रेट रखते हैं और प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद करते हैं। डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों में प्लेटलेट्स की संख्या में कमी हो जाती है, ऐसे में नारियल पानी का सेवन काफी फायदेमंद होता है।कीवी और नारियल से जुड़ी कुछ विशेष बातें
मोजिटो: कीवी और नारियल पानी को मिलाकर स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक मोजिटो तैयार किया जा सकता है।गर्भवती महिलाएं: गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को कीवी खाने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
खाली पेट कीवी: कीवी को खाली पेट नहीं खाना चाहिए क्योंकि इसकी खटास से एसिडिटी की समस्या हो सकती है।
यह भी पढ़ें