निजी संस्थाएं भी हेल्थ एटीएम लगा सकती हैं। कई औद्योगिक समूहों सरकार को ‘हेल्थ एटीएम’ उपलब्ध कराने की इच्छा जता चुके है। मुख्यमंत्री ने अभियान में ऐसे समूहों और संस्थाओं से संपर्क कर अभियान में सहयोग लेने को कहा है।
हेल्थ एटीएम अगली पीढ़ी का हेल्थकेयर डिलीवरी प्लेटफॉर्म है। तत्काल इलाज के लिए यह टेलीकंसल्टेशन और डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड को तकनीक के माध्यम से जोड़ती है। इसके जरिये बॉडी मास इंडेक्स, ब्लड प्रेशर, मेटाबॉलिक ऐज, बॉडी फैट, हाईड्रेशन, पल्स रेट, हाइट, मसल मास, बाॅडी टेंपरेचर और शरीर में ऑक्सीजन सहित कुल 59 पैरामीटर की जांच व तत्काल बॉडी स्क्रीनिंग के लिए 16 पैरामीटर की जांच हो सकेगी। इसके अलावा कऔ तरह के रैपिड टेस्ट, यूरिन टेस्ट, गर्भावस्था, डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड, एचआईवी के साथ ही 12 लीड ईसीजी, डिजिटल स्टेथोस्कोप, डर्मास्कोप, ओटोस्कोप जैसे टेस्ट भी किए जाएंगे।