जायरीनों की परेशानी को देखते हुए फैसला सेण्ट्रल हज कमेटी (Central Haj Committee) के एक सदस्य के मुताबिक जायरीनों की परेशानी को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। उन्होंने बताया कि हज के लिए सौ प्रतिशत ऑनलाइन व्यवस्था (Online Haj Application) लागू होने के बाद तमाम जायरीनों (Haj Yatri) की शिकायतें आ रही थीं। जायरीनों की शिकायत थी कि ऑनलाइन आवेदन के दौरान काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खासकर ग्रामीण इलाकों से हज पर जाने वाले लोगों को काफी समस्या हो रही थी। उनका कहना था कि ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट की बहुत अच्छी व्यवस्था नहीं है। इसके चलते वहां के लोग आवेदन नहीं कर पा रहे हैं।
5 दिसम्बर आखिरी तारीख (Haj Aplication Last Date)
हज के लिये आवेदन की आखिरी तारीख 10 नवंबर को 25 दिन आगे बढ़ाते हुए हज कमेटी ऑफ इण्डिया ने 5 दिसम्बर तक कर दी है। ऐसे में जायरीन को बड़ी राहत मिली है। खासकर वह लोग जो पासपोर्ट न आने की वजह से आवेदन नहीं कर पा रहे थे। अब वह भी आवेदन कर पाएंगे।
हज के लिये आवेदन की आखिरी तारीख 10 नवंबर को 25 दिन आगे बढ़ाते हुए हज कमेटी ऑफ इण्डिया ने 5 दिसम्बर तक कर दी है। ऐसे में जायरीन को बड़ी राहत मिली है। खासकर वह लोग जो पासपोर्ट न आने की वजह से आवेदन नहीं कर पा रहे थे। अब वह भी आवेदन कर पाएंगे।
आवेदनों में कमी जानकारी के मुताबिक जब तक ऑफलाइन व्यवस्था (Offline Haj Application) थी तो हज के लिए 50 हजार से अधिक आवेदन आते थे। 2018 में कुल 42,914 आवेदन आए। जबकि 2019 में 34,197 आवेदन आए और हज पर 30,500 जायरीन (Haj Yatra) गए। लेकिन ऑनलाइन व्यवस्था (Online Haj Application) के बाद हज जाने वाले जायरीनों के आवेदन में तेजी के कमी आई। अब इसी को देखते हुए ऑफलाइन आवेदन की व्यवस्था दोबारा बहाल कर दी है।