यह भी पढ़े – बीजेपी को घेरने की तैयारी: विपक्ष ने दिया नया नारा, यूपी+बिहार= गई मोदी सरकार सभी विषयों के शिक्षकों को मिलेगा अवसर इसके लिए दो प्रधानाचार्य, दो हेड मास्टर, तीन भाषा शिक्षक, तीन मैथ्स के शिक्षक, तीन साइंस के शिक्षक, तीन मानविकी वर्ग के शिक्षक और कृषि, कला, सगीत और व्यायाम के तीन शिक्षक का चयन किया जाएगा। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि सभी विषयों के शिक्षकों को ये अवसर मिल सके। वहीं पुरस्कार के रूप में 25 हजार रुपए सम्मान राशि, शॉल व स्मृति चिन्ह दिया जाएगा। पुरस्कारों के लिए चार स्तरों पर परीक्षण होगा। शासन ने इसके लिए जिला, मंडल, निदेशालय व राज्य स्तर पर कमेटी गठित कर दी है।
यह भी पढ़े – UP में गैर मान्यता प्राप्त मदरसों पर आज से सर्वे शुरू, विपक्ष का हमला जारी न्यूनतम सेवा अवधि में कोई बदलाव नहीं वहीं शासन की तरफ से पुरस्कार के लिए न्यूनतम सेवा अवधि में कोई बदलाव नहीं किया गया है। प्रधानाचार्यों व प्रधानाध्यापकों के लिए कुल सेवा अवधि 15 वर्ष होगी। अध्यापकों के लिए 10 वर्ष की नियमित सेवा अवधि अनिवार्य होगी। शासन ने चयन के लिए अलग-अलग बिन्दुओं का निर्धारण करते हुए उनके लिए अंक भी निर्धारित कर दिए हैं। पुरस्कारों के लिए प्रत्येक वर्ष पहली जून 15 जून तक आनलाइन आवेदन होंगे। जनपदीय समिति 16 जून से पांच जुलाई तक आवेदनों का परीक्षण कर प्रस्ताव मंडलीय कमेटी को आनलाइन भेजेगी। जिसके बाद राज्य स्तरीय कमेटी छह अगस्त से चयन की कार्यवाही करेगी।