धर्मगुरु की नमाजियों से अपील
1- 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे और 65 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग मस्जिदों में नमाज पढ़ने न जाएं, बल्कि घरों में ही नमाज अता करें।
2- जुमे की नमाज को लेकर खास एहतियात बरतें।
3- जुमे की नमाज से पहले होने वाले खुतबे को छोटा रखा जाए और नमाज चार अलग-अलग जमातों में नमाज का एहतिमाम किया जाये।
4- नमाजी अपने घरों से ही वजू कर करके आएं और मास्क लगाकर नमाज को अदा करे।
5- नमाज पढ़ने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा जाए। दो नमाजियों के बीच कम से कम 6 फीट का फासला जरूर हो।
6- मस्जिद में रखी हुई टोपियों का इस्तेमाल न करें, खुद अपनी टोपी लेकर आएं।
7- मस्जिद में न ही किसी से गले मिलें और न ही हाथ मिलाएं।
8- मस्जिद में आते समय और बाहर जाते समय भीड़ न जमा करें।
9- मस्जिदों में जमीन पर बिछाने वाली चटाई और कालीन को भी हटा दिया जाए।
10- नमाज से पहले और नमाज के बाद फर्श को डिटॉल से साफ किया जाए।
1- 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे और 65 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग मस्जिदों में नमाज पढ़ने न जाएं, बल्कि घरों में ही नमाज अता करें।
2- जुमे की नमाज को लेकर खास एहतियात बरतें।
3- जुमे की नमाज से पहले होने वाले खुतबे को छोटा रखा जाए और नमाज चार अलग-अलग जमातों में नमाज का एहतिमाम किया जाये।
4- नमाजी अपने घरों से ही वजू कर करके आएं और मास्क लगाकर नमाज को अदा करे।
5- नमाज पढ़ने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा जाए। दो नमाजियों के बीच कम से कम 6 फीट का फासला जरूर हो।
6- मस्जिद में रखी हुई टोपियों का इस्तेमाल न करें, खुद अपनी टोपी लेकर आएं।
7- मस्जिद में न ही किसी से गले मिलें और न ही हाथ मिलाएं।
8- मस्जिद में आते समय और बाहर जाते समय भीड़ न जमा करें।
9- मस्जिदों में जमीन पर बिछाने वाली चटाई और कालीन को भी हटा दिया जाए।
10- नमाज से पहले और नमाज के बाद फर्श को डिटॉल से साफ किया जाए।