ये भी पढ़ें- डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने निर्माण निगम अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा पिछले साल इलेक्ट्रानिक्स और आईटी में हुआ था इतना निवेश- वहीं पिछले साल हुई ग्राउंड ब्रेक्रिंग सेरेमनी में इस क्षेत्र के लिए आई कंपनियां भी 2.47 लाख युवाओं के लिए नौकरियों के द्वार खोलेंगी। पिछली बार आईटी व इलेक्ट्रॉनिक में 41,414 करोड़ रुपये का निवेश किया गया था। जिससे साफ है कि प्रदेश सरकार बैंगलौर व हैदराबाद की तरह यूपी को भी आईटी हब बनाने में ज्यादा अग्रसर है। मैन्यूफैक्चरिंग खाद्य प्रसंस्करण व रिन्यूवेएबल एनर्जी में भी अच्छा खासा निवेश किया गया है। साथ ही हाउसिंग (6402 करोड़), इंफ्रास्ट्रक्चर (7747 करोड़) और निर्माण (4921) जैसे क्षेत्रों में भी विकसित किए जाएंगे।
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– बायो फ्यूल में 1657
– इलेक्ट्रानिक्स मैन्यूफैक्चरिंग में 19951
– खाद्य प्रसंस्करण में 5122
– हेल्थकेयर में 1100
– आतिथ्य में 1159
– हाउसिंग में 6402
– इंफ्रास्ट्रक्चर में 7747
– आईटी में 3112
– निर्माण में 4921
– फार्मा में 500
– पावर में 871
– रिन्यूवेएबल एनर्जी में 10630
– टेक्सटाइल में 1286
– बायो फ्यूल में 1657
– इलेक्ट्रानिक्स मैन्यूफैक्चरिंग में 19951
– खाद्य प्रसंस्करण में 5122
– हेल्थकेयर में 1100
– आतिथ्य में 1159
– हाउसिंग में 6402
– इंफ्रास्ट्रक्चर में 7747
– आईटी में 3112
– निर्माण में 4921
– फार्मा में 500
– पावर में 871
– रिन्यूवेएबल एनर्जी में 10630
– टेक्सटाइल में 1286