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इन कैंपों को मजबूत बनाने के लिए स्टील के फ्रेम और लोहे की पाइप का उपयोग किया जा रहा है। सजावट और सुविधाओं पर खास ध्यान दिया जा रहा है, जिससे श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक अनुभव के साथ आराम भी मिले।100 फीट ऊंचे प्रवेश द्वार और चमचमाते सेक्टर
महाकुंभ के आयोजन स्थल को कई सेक्टरों में विभाजित किया गया है, जो समुद्र कूप से साधु कुटी तक रोशनी और सजावट से जगमगाएंगे। खासतौर पर 100 फीट ऊंचे प्रवेश द्वार बनाए जा रहे हैं, जो भारतीय संस्कृति और विरासत का जीवंत उदाहरण पेश करेंगे। यह भी पढ़ें
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प्रवेश द्वारों की भव्यता और कलात्मकता श्रद्धालुओं को एक अद्भुत अनुभव प्रदान करेगी। यह महाकुंभ में आने वाले 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के लिए अविस्मरणीय स्मृति बनेंगे।तेजी से हो रहा निर्माण कार्य
अरैल क्षेत्र में सबसे तेज गति से काम चल रहा है, जहां तीन थाने और एक सर्किट हाउस बनकर तैयार हो चुके हैं। झूंसी की पुलिस लाइन और अन्य परियोजनाओं का काम भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह भी पढ़ें