जीरो फैटलिटी जोन के लिए बनाया गया 4-ई प्लान
एडीजी यातायात बीडी पॉल्सन ने बताया कि तीनों एक्सप्रेसवे जीरो फैटलिटी जोन बनाया जाएगा। इस योजना को धरातल पर सही तरीके से लाने के लीए 4-ई का प्लान बनाया गया है। सभी एक्सप्रेसवे पर 4-ई यानी इंजीनियरिंग, इंफोर्समेंट, इमरजेंसी सर्विस और एजूकेशन के जरिए हादसों को रोका जाएगा। इससे हादसों में होने वाली मौतों की संख्या में कमी आएगी। यह भी पढ़ें
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यमुना एक्सप्रेसवे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर तैनात की जा रही एंबुलेंस
एडीजी यातायात बीडी पॉल्सन ने बताया कि एक्सप्रेसवे पर हादसे का शिकार हुए लोगों के लिए आगरा-लखनऊ और यमुना एक्सप्रेसवे में हर 50 किलोमीटर पर जीवन रक्षक उपकरणों वाली एंबुलेंस तैनात की जाएगी। इससे हादसे का शिकार हुए लोगों को तुरंत मदद मिल सकेगी। निर्देश है कि सड़क दुर्घटनाओं के घायलों को एंबुलेंस की मदद से जल्द से जल्द नजदीकी ट्रामा सेंटर पहुंचाया जाए।एक्सप्रेसवे पर नियमों के पालन कराने में सख्ती
उन्होंने बताया कि एक्सप्रेसवे पर हादसे रोकने के लिए ब्लैक स्पॉट को भी सुधारा जाएगा। दुर्घटना बाहुल्य स्थानों को भी सोशल इंजीनियरिंग के जरिए सुधारा जाएगा। उन्होंने बताया कि साल 2022 में यमुना एक्सप्रेसवे पर 303 हादसे हुए। जो 2023 में बढ़कर 378 हो गए। इसमें 89 लोगों ने जान गंवा दी। इसलिए नियमों का पालन न करने पर अब और सख्ती बरती जाएगी। उल्टी दिशा में गाड़ी चलाना, ओवर स्पीडिंग करना और ओवरलोडिंग पर जुर्माना लगेगा। हालांकि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर जुर्माना वसूलने की व्यवस्था पहले से लागू है। जिसके बाद दुर्घटनाओं में करीब 50 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। यह भी पढ़ें