ऐसे में ज्यादातर निवेशक यह जानना चाहते हैं कि आखिर सोने की कीमतों में तेजी कब तक रहेगी और यह कहां तक जा सकता है। ब्रोकरेज फर्म एमके वेल्थ मैनेजमेंट की ओर से सोने की कीमतों को लेकर रिपोर्ट निकाली गई है।
इस रिपोर्ट में ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि सोने की कीमतें उच्च स्तर पर तभी तक बनी रह सकती हैं, जब अमेरिकी फेड की ओर से ब्याज दरों में कटौती की जाए और दुनिया की बड़ी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर कमजोर हो।
सोने ने अप्रैल में कुल 6.78 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। वहीं, पिछले 12 महीने में (30 अप्रैल तक) सोना 19.42 प्रतिशत का रिटर्न निवेशकों को दे चुका है।
सोने के वैश्विक भाव
ब्रोकरेज फर्म ने आगे कहा कि मध्य- पूर्व में हालात खराब होने से वैश्विक स्तर पर सोने के दाम में 2,050 डॉलर प्रति औंस से बढ़ने शुरू हुए थे और अब 2,390 डॉलर तक पहुंच गए हैं। लेकिन, वैश्विक स्तर पर हालात सुधर गए हैं। ऐसे में सोना 2,370 डॉलर से लेकर 2,390 के डॉलर स्तर पर रह सकता है। रिपोर्ट में सोने की गिरावट पर कहा गया कि केंद्रीय बैंकों की ओर से लगातार की जा रही खरीदारी और मजबूत रिटेल मांग के चलते सोने की कीमत ऊपरी स्तरों पर रह सकती हैं।