लखनऊ. सोने में लगातार आ रही गिरावट के चलते सोना घाटे का सौदा साबित हो रहा है। विशेषज्ञों भी फिलहाल सोने में निवेश को सुरक्षित नहीं बता रहे हैंं। इसकी वह निवेशकों का बाँड की ओर रुझान बताया जा रहा है। बीते साल 2020 में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद सोने में लगातार गिरावट जारी है। सोना करीब 11 हजार रुपये तक नीचे आ चुका है और अभी फिलहाल यह गिरावट थमती नहीं दिख रही। कहा जा रहा है कि अर्थव्यवस्था में जैसे-जैसे सुधार आता जाएगा निवेशक बाजार से जुड़े विकल्पों की ओर बढत्रते जाएंगे।
सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट का दौर लगातार जारी है। शेयर बाजार में गिरावट के साथ सरार्फा बाजार में भी गिरावट दर्ज की गई है। (Gold Price Today) सोना में जहां 342 रुपये की गिरवट आई है वहीं चांदी में 2007 रुपये की कमी दर्ज की गई है। सोने की प्रति 10 ग्राम की कीमत 45599 रुपये जबकि गिरावट के बाद चांदी प्रति किलोग्राम 67419 रुपये पर आ गई है। विदेशी बाजारों में भी सोने में नरमी देखी गई, जहां प्रति औंस सोना 1760 डाॅलर और चांदी 26.78 रुपये प्रति औंस रही।
बताते चलें कि बीते साल अगस्त के महीने में सोना 56200 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर पहुंच गया था। यह सोने की कीमतों का अब तक का सबसे उच्चतम स्तर था। पर इसके बाद इसमें लगातार गिरावट दर्ज की गई। सल 2021 में भी यह गिरावट जारी रही और अब तक इस साल सोने के दाम में करीब 4000 रुपये तक की गिरावट दर्ज की जा चुकी है। जानकार बताते हैं कि गिरावट का यह दौर अभी आगे भी जारी रहने की संभावना है।
उच्चतम स्तर तक पहुंचना और उसके बाद लगातार गिरावट के चलते सोने में निवेश घाटे का सौदा साबित हो रहा है। लाॅक डाउन के दौरान सोने में बेहिसाब तेजी देखी गई संक्रमण के कमजोर पड़ने और वैक्सीन के आ जाने के बाद सोने में कमजोरी आने लगी। अर्थव्यवस्था में सुधार के साथ ही शेयर बाजार में मजबूती दिखने लगी। इस दौरान सोने में निवेश करने वालों को अब तक प्रति 10 ग्राम हजारों रुपये का नुकसान हो चुका है। यही वजह है कि सोने की जानकारों के मुताबिक निवेशक सोने की जगह शेयर बाजार से जुड़े दूसरे विकल्पों को तरजीह दे सकते हैं।