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बढ़ती कीमतों का असर
गैस सिलेंडर की बढ़ी हुई कीमतों के कारण छोटे व्यवसायियों से लेकर होटल और रेस्त्रां मालिकों को अपने उत्पादों के दाम बढ़ाने पड़े हैं। गोमती नगर के वेंडिंग जोन में चाय बेचने वाले राजू साहू बताते हैं कि लागत बढ़ने के कारण अब चाय की कीमत ₹12 प्रति कप करनी पड़ी। पूड़ी बेचने वाले महेश गुप्ता ने भी मुनाफे में कमी आने की बात कही। मिठाई व्यवसायियों ने भी दीपावली के दौरान मिठाई की कीमतों में ₹40 प्रति किलो की वृद्धि कर दी थी।Higher Gas Cylinder Prices Force Food Vendors to Raise Prices in Lucknowव्यापक प्रभाव
कीमतों की इस बढ़ोतरी से होटल उद्योग पर भी असर पड़ा है। सामान्य खाने की थाली, जो पहले ₹80 में मिलती थी, अब ₹100 तक पहुंच गई है। यह वृद्धि मध्यम वर्ग और आम जनता के बजट पर अतिरिक्त बोझ डाल रही है, जिससे उनका दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है।November Brings Another Commercial LPG Price Surge, Affecting Food Costs यह भी पढ़ें
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बढ़ी हुई कीमतें (अगस्त-नवंबर)
माह कीमत (₹)अगस्त 1773
सितंबर 1812.50
अक्टूबर 1861.00
नवंबर 1923.00
व्यवसायियों की प्रतिक्रिया
छोटे व्यवसायियों का कहना है कि वे लगातार कीमतें नहीं बढ़ा सकते, इसलिए उनका मुनाफा घट रहा है। खासतौर पर मिठाई की दुकानों पर कच्चे माल की कीमतों ने आम दिनों की बिक्री पर भी असर डाला है।प्रशासन और संभावित समाधान
व्यावसायिक गैस सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि के पीछे अंतरराष्ट्रीय बाजार में ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी और सप्लाई चेन की चुनौतियां मुख्य कारण बताए जा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन और नीति-निर्माताओं से यह अपेक्षा की जा रही है कि वे छोटे व्यवसायों के लिए राहत योजना की घोषणा करें।
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