मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में रेमडेसिविर और अन्य जीवन रक्षक दवाओं का कोई अभाव नहीं है। मांग के अनुरूप जिलों को पर्याप्त वायल दिये जाएंगे। सीएम योगी ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता मरीजों के जीवन की हर कीमत पर रक्षा करना है। यूपी मेडिकल सप्लाइज कॉर्पोरेशन लिमिटेड को प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों, राजकीय और प्राइवेट चिकित्सा महाविद्यालयों में इस दवा की आपूर्ति की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कोरोना संक्रमित मरीजों को रेमडेसिविर उपलब्ध कराने से पहले जांच की जाएगी कि वह किस अस्पताल में भर्ती है और उसे इंजेक्शन की कितनी जरूरत है। मंडल स्तर पर सम्बंधित डीएम के परामर्श के बाद मंडलायुक्त पुन: आवंटन कर सकते हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने रेमडेसिविर की कालाबाजारी को पूरी तरह से रोकने के निर्देश दिये।
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इमरजेंसी में तय दरों पर खरीद सकेंगे रेमडेसिविर
राजकीय और निजी चिकित्सा महाविद्यालयों के अस्पतालों के नान इन्वेसिव वेंटिलेटर के सभी बेड के लिए रेमडेसिविर की एक वायल प्रतिदिन दी जाएगी। 15 फीसदी ऑक्सीजन बेड के लिए भी रेमडेसिविर दी जाएगी। मौजूदा स्थिति में यह संख्या करीब 5500 वायल रोजाना है। इसके अलावा प्रदेश के सभी जिलों में इमरजेंसी प्रयोग के लिए रेमडेसिविर की 1800 वायल दी जाएंगी। इसे सरकारी अस्पतालों में या किसी निजी चिकित्सालय में भर्ती मरीज की जीवन रक्षा के लिए डॉक्टर के पर्चे पर तय दरों पर सीधे मरीज के परिजन को दिया जा सकेगा।