उत्तर प्रदेश में पात्र गृहस्थी लाभार्थी कार्डधारकों की संख्या 3.62 करोड़ है। जिसमें कुल 14.97 करोड़ यूनिटों को मुफ्त में प्रतिमाह राशन दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री गरीब अन्न कल्याण योजना के तहत इन कार्डधारकों को प्रति यूनिट तीन किलो गेहूं और दो किलो चावल दिया जाता है। अब ऐसा नहीं होगा। केंद्र सरकार ने इसमें गेहूं का कोटा खत्म करते हुए चावल का कोटा बढ़ा दिया है। यानि अब गेहूं की बजाय पूरा पांच किलो चावल ही मिलेगा। इसके अलावा प्रदेश में 40.93 लाख अंत्योदय कार्डधारक हैं। इनमें 1.31 करोड़ यूनिटों को राशन वितरण किया जाता है।
प्रत्येक कार्ड पर कुल 35 किलो खाद्यान्न मिलता है जिसमें 20 किलो गेहूं और 15 किलो चावल का वितरण किया जाता है। अपर आयुक्त खाद्य अनिल दुबे ने बताया कि अब इसमें भी बदलाव किया गया है। इस कार्ड पर अब 21 किलो चावल और 14 किलो गेहूं दिया जाएगा। इसके अलावा प्रदेश सरकार भी नियमित राशन वितरण कर रही है जिसमें प्रति यूनिट तीन किलो गेहूं और दो किलो चावल मिलता है। इसे पलट दिया गया है। अब प्रति यूनिट तीन किलो चावल और दो किलो गेहूं दिया जाएगा। सरकार की ओर से सितंबर माह तक का नया कोटा जारी किया जा रहा है और इसमें यह नई व्यवस्था ही लागू रहेगी।
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इस पर भी विचार चल रहा है कि पश्चिमी यूपी में गेहूं की मात्रा पहले जैसी तीन किलो ही रखी जाए क्योंकि वहां चावल कम खाया जाता है। इसका आदेश भी एक-दो दिन में जारी किया जाएगा। राज्य सरकार इस राशन को भी जून तक निशुल्क दे रही है। इसके साथ ही एक किलो चना, आयोडाइज्ड नमक और एक लीटर तेल दिया जा रहा है। यह भी पढ़ें