48 जिलों में पहले से है सुविधा
उत्तर प्रदेश सरकार यूपी की स्वास्थ्य व्सवस्था को सुदृढ़ करने की कवायद में जुटी है, ताकि महंगे से महंगा इलाज उनकी पहुंच में हो। उन्हें महंगे इलाज और जांच के लिये भटकना न पड़े। इसी मकसद से डायलिसिस जैसी महंगी जांचों को यूपी के सरकारी अस्पतालों में मुफ्त में कराने की योजना शुरू की। यूपी के 48 जिलों के सरकारी अस्प्तालों में डायलिसिस युनिटें स्थापित कर वहां मरीजों को ये सुविधा दी जा रही है। लखनऊ, कानपुर और वाराणसी में दो-दो युनिटें लगाई गई हैं।
बाकी बचे 27 जिलों में होगी शुरुआत
48 जिलो में सफलता से मुफ्त डायलिसिस की सुविधा देने के बाद अब सरकार बाकी बचे 27 जिलों में इसकी शुरुआत इसी महीने से करने की तैयारी में है। सर्विस प्रोवाइडर का चयन हो चुका है और युनिटें लगाने का काम भी तेजी से चल रहा है। 6 से 10 बेड वाली इन युनिटों के शुरू होने से इन जिलों के मरीजों को डायलिसिस के लिये भटकना नहीं होगा। संयुक्त निदेशक (चिकित्सा एवं उपचार) स्वास्थ्य महानिदेशालय डाॅ. विजय कुमार सिंह ने कहा है कि युनिटों की स्थापना का कार्य जल्द पूरा कर लिया जाएगा ताकि मरीजों को इसका फायदा मिले।
2000 से 2300 रुपये वसूलते हैं निजी अस्पताल
डायलिसिस के लिये मरीजों को निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ता है जहां उनकी जेब कसकर काटी जाती है। मऊ जैसे छोटे से जिले में पहली बार डायलिसिस कराने की फीस 2000 से 2300 रुपये, जबकि दूसरी बार कराने पर 1200 से 1300 रुपये वसूले जाते हैं। मऊ जिला अस्पताल में 23 लाख 22 हजार की लागत से डायलिसिस युनिट कीस्थापना हो रही है। इसी महीने इसे अस्पताल के हैंडआेवर किये जाने की तैयारी है। इसके शुरू होने से रोजाना 10 किडनी के मरीज मुफ्त में डायलिसिस करवा सकेंगे।
इन जिलों में होगी शुरुआत
मऊ, गाजीपुर, चंदौली, संत कबीर नगर, महाराजगंज, पीलीभीत, बहराइच, लखीमपुर खीरी, फतेहपुर, चित्रकूट, ललितपुर, महोबा, कानपुर देहात, मैनपुरी, कासगंज, हाथरस, सीतापुर, मैनपुरी, औरैया, हरदोई, बाराबंकी, शाहजहांपुर, फर्रूखाबाद, बदायूं, संभल, शामली