मुख्यमंत्री ने कहा कि अभ्युदय कोचिंग सेंटर में देश की सबसे अच्छी कोचिंग व्यवस्था होगी जहां पर प्रदेश के अफसर छात्रों मार्गदर्शन करेंगे। सप्ताह में एक दिन ऑनलाइन और एक दिन ऑफलाइन कक्षाएं लगेंगी। अभ्यर्थियों को विभिन्न परीक्षाओं के सिलेबस और परीक्षा पैटर्न आदि की निशुल्क जानकारी ऑनलाइन व ऑफलाइन दी जाएगी। वेबसाइट पर क्वेश्चन बैंक, प्रश्नोत्तरी आदि भी डिटेल मिलेगी। इसके अलावा उच्च स्तरीय कोचिंग संस्थाओं के स्टडी मैटेरियल भी मुहैया कराए जाएंगे। इसकी जिम्मेदारी भी उपाम को सौंपी गई है। अभ्युदय कोचिंग सेंटरों में आईएएस व पीसीएस परीक्षा के लिए प्रशिक्षु आईएएस, आईपीएस, आईएफएस (वन सेवा), पीसीएस अधिकारी जबकि एनडीए और सीडीएस की तैयारी कर रहे छात्रों को सैनिक स्कूल के प्राचार्य गाइड करेंगे। नीट और जेईई की कक्षाएं भी चलेंगी। इनके अलावा गेस्ट फैकल्टी के तौर पर विषय विशेषज्ञों को भी बुलाया जाएगा।
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मंडल स्तर पर 300 अभ्यर्थियों को मौका
आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों व साधनहीन युवाओं को उन युवाओं को अभ्युदय कोचिंग सेंटर्स में पढ़ने का मौका मिलेगा जो बड़े शहरों में महंगी कोचिंग नहीं कर सकते हैं। मंडल स्तर पर 300 अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा। इनमें से 100 आईएएस-पीसीएस की कोचिंग के लिए जबकि सीडीएस, एनडीए, जेईई व नीट के लिए 50 कैंडिडेट को लिया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक वर्ष अगस्त माह में राज्य स्तरीय लर्निंग प्लेटफार्म पर रजिस्टर्ड छात्रों का एप्टीड्यूड व जनरल नॉलेज से सम्बंधित टेस्ट लिया जाएगा। उत्तीर्ण छात्रों को ही कोचिंग में दाखिला मिलेगा। सिलेक्टेड छात्रों को एक टैबलेट, शिक्षण सामग्री व स्टाइपेंड के तौर पर पांच महीने तक 2000 रुपए प्रतिमाह दिये जाएंगे। प्री परीक्षा में सिलेक्ट होने वाले छात्रों को लखनऊ व हापुड़ के समाज कल्याण विभाग के आवासीय सुविधा के साथ प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा।
सीएम योगी ने कहा…
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान यूपी सरकार ने प्रयागराज और राजस्थान के कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग कर रहे 30 हजार युवाओं को सुरक्षित उनके घर पहुंचाया गया था। उसी समय हमने यह तय कर लिया था कि भविष्य में प्रदेश के युवाओं को कोचिंग के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। कहा कि प्रदेश सरकार का मकसद युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए नया मंच प्रदान करना और नये जोश के साथ उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान यूपी सरकार ने प्रयागराज और राजस्थान के कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग कर रहे 30 हजार युवाओं को सुरक्षित उनके घर पहुंचाया गया था। उसी समय हमने यह तय कर लिया था कि भविष्य में प्रदेश के युवाओं को कोचिंग के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। कहा कि प्रदेश सरकार का मकसद युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए नया मंच प्रदान करना और नये जोश के साथ उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है।