अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि फोकस टेस्टिंग की तरह ही फोकस टीकाकरण अभियान शुरू किया जा रहा है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण का ग्राफ एक बार फिर बढ़ने पर सरकार ने यह विशेष अभियान शुरू करने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि टीकाकरण अभियान को गति प्रदान करने के लिए लिए कुछ समूह बनाते हुए विशेष तिथियां निर्धारित की गई हैं।
अलग-अलग क्षेत्र के लोगों के लिए अलग तिथियां अपर मुख्य सचिव ने कहा कि आठ और नौ अप्रैल को 45 वर्ष से अधिक उम्र के मीडियाकर्मी, विभिन्न प्रतिष्ठानों के संचालक, दुकानदार, व्यवसायी अपने नजदीकी केंद्र पर जाकर टीकाकरण करा सकते हैं। 10 अप्रैल को बैंक और इंश्योरेंस कम्पनी के अधिकारी-कर्मचारी टीकाकरण करवा सकते हैं। इसी तरह 12, 13, 14 अप्रैल को स्कूल और कॉलेजों के 45 वर्ष से अधिक उम्र के शिक्षकों को विशेष मौका दिया जाएगा। 15 और 16 अप्रैल को ऑटो रिक्शा चालक, रिक्शा चालक, रेहड़ी पटरी दुकानदारों को टीकाकरण में प्राथमिकता दी जाएगी। 17 और 19 अप्रैल को सरकारी कर्मचारियों को वैक्सीनेशन का मौका दिया जाएगा। यह व्यवस्था उन लोगों के लिए होगी जिन्होंने अभी तक टीकाकरण नहीं कराया है। 20 और 21 अप्रैल को अधिवक्ताओं, न्यायपालिका के अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए भी टीकाकरण की विशेष व्यवस्था रहेगी। 22 और 23 अप्रैल को निजी प्रतिष्ठान, निजी कार्यालयों के लोगों को टीकाकरण करवाने का विशेष मौका दिया जाएगा।
60 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेशन की डोज उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी किए गए कोरोना के आंकड़ों के मुताबिक यूपी में अब तक 53 लाख 66 हजार 43 लोगों को कोरोना की पहली डोज लगाई जा चुकी है। इसी तरह 10 लाख 61 हजार 44 लोगों को दूसरी डोज भी लगा चुके हैं। कुल मिलाकर अभी तक 64 लाख 28 हजार 227 वैक्सीनेशन की डोज दी जा चुकी है। उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने यह आंकड़े जारी किए।