एक सदस्य पर हुई कार्रवाई ज्ञानपावी मस्जित में हो रहे सर्वे के दौरान एडवोकेट कमिश्नर ने एक टीम के सदस्य के खिलाफ कार्रवाई करते हुए टीम से हटा दिया है। टीम के सदस्य आरपी सिंह को टीम से हटा दिया गया है। यह कार्यवाई आखरी दिन सर्वे के दौरान की गई है। आरपी सिंह को सर्वे की जानकारी सार्वजनिक करने के मामले में यह कार्रवाई की गई है। आरपी सिंह कार्रवाई के बाद परिसर से बाहर निकले हैं। आरपी सिंह ने सर्वे की जनाकारी मेडिया से साझा किया था। जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है।
सर्वे की रिपोर्ट गोपनीय, 29 वर्ष बाद खुले कमरे एडवोकेट कमिश्नर विशाल सिंह ने बताया कि सर्वे की रिपोर्ट गोपनीय है, इसे साझा नहीं किया जा सकता। सर्वे के लिए परिसर के कमरे 29 वर्ष बाद खोले गए हैं। तहखाने के अंदर की बनावट, धार्मिक चिह्न, कलाकृतियों और खंभों की वीडियोग्राफी करवाई गई है। सर्वे के दौरान टीम ने सभी पहलुओं की जांच की है। सर्वे को दौरान दो कमरों के ताले आसानी से खुल गए, लेकिन तीसरे कमरे का ताला तोड़ना पड़ा। दावा किया जाता है कि चार जनवरी 1993 को तत्कालीन डीएम सौरभ चंद्र ने नीचे के तीनों कमरों पर ताले लगवा दिए थे।