बता दें कि सत्येंद्र सिंह लखनऊ के पूर्व डीएम व एलडीए के पूर्व वीसी रह चुके हैं। उनकी पहली पोस्टिंग 24 दिसंबर 2014 से 30 सितंबर 2015 तक और दूसरी पोस्टिंग 22 दिसंबर 2016 से 18 अप्रैल 2017 तक रही। आखिरी पोस्टिंग बतौर सचिव राष्ट्रीय एकीकरण थी। इनके खिलाफ शासन ने लखनऊ प्राधिकारण को एक पत्र लिखा है। इसमें सत्येंद्र सिंह के खिलाफ शिकायतों से संबंधित रिपोर्ट शासन ने मांगी है।
इन बातों का लगा आरोप सत्येंद्र सिंह पर एलडीए के फ्लैटों के आवंटन, हेरीटेज जोन, जनेश्वर मिश्र पार्क और जेपीएनआईसी मामलों में भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। उनपर गोमती नगर विस्तार में 25 करोड़ रुपये के सौ प्लाटों का आवैध तरीके से समायोजन करने का आरोप है। इसके साथ ही गोमती नगर विस्तार सेक्टर-एक की प्राइम लोकेशन में सुलभ के 50 फ्लैटों का अवैध तरीकों से आवंटन का आरोप है। अपने खुद के घर में बैंक, एटीएम और मोबाइल टावर के अवैध निर्माण के ्वैध निर्माण का भी आरोप है। इसके अलावा उनपर एलटीए के