ED Raid में कई और लोगों की खुल रही पोल
छापे में मिले दस्तावेजों से साफ हुआ कि मोहिन्दर की लोटस प्रोजेक्ट संचालकों से साठगांठ थी। ईडी सूत्रों ने कहा कि कोठी से मिले दस्तावेजों से कई और लोगों के बारे में जानकारी मिली है। इसमें करीब 100 करोड़ की चल-अचल सम्पत्ति का पता चला है। इस बारे में पड़ताल की जा रही है। साथ ही 2011 में
नोएडा प्राधिकरण में तैनात रहे कुछ अन्य कर्मचारियों का भी ब्योरा जुटाया जा रहा है।
मोहिन्दर सिंह के कई और ठिकानों के बारे में चला पता
स्मारक घोटाले में भी मोहिन्दर सिंह का नाम आया था। जांच तेज होने पर वह आस्ट्रेलिया चले गए थे। वहां से करीब दो साल बाद लौटे। ईडी सूत्रों के मुताबिक, मोहिन्दर सिंह के कई और ठिकानों के बारे में पता चला है। हीरों के बारे में नहीं मिला सही जवाब
मोहिन्दर के करीबी रहे आदित्य के घर से भी पांच करोड़ रुपये के हीरे मिले हैं। चंडीगढ़ में मोहिन्दर सिंह और
मेरठ में आदित्य के घर से मिले हीरे कहां से लिये गये, इस बारे में गोलमोल जवाब मिला। मोहिन्दर के दो घरेलू कर्मचारियों से भी ईडी ने पूछताछ की है। बताया जाता है कि मोहिन्दर के घर से मिले हीरों में कई नायाब किस्म के हैं। यही वजह है कि ईडी यह जानने की कोशिश में है कि ये हीरे कहां से मंगवाए गए हैं।
ऐसे खुली पूरी मामले की पोल
बता दें कि शारदा एक्सपोर्ट और उनके साझीदार बिल्डर के लोटस-300 आवासीय प्रोजेक्ट में 636 करोड़ के घोटाले की फाइल खुली तो रिटायर आईएएस मोहिन्दर सिंह की साठगांठ का पता चला। इसी कड़ी में ईडी ने चंडीगढ़ स्थित उनकी कोठी पर छापेमारी (
ED Raid) की। इस दौरान उनसे 14 घंटे तक पूछताछ की, लेकिन वह वहां से बरामद हीरों के बारे में संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। ईडी की दोनों टीमें बुधवार की दोपहर कार्रवाई पूरी कर लखनऊ लौट आईं है।