वाराणसी बाढ़ से प्रभावित 2139 मरीज का इलाज, ORS और क्लोरीन की गोलियां बांटी
वाराणसी में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा पीयूष राय के मुताबिक बीते 24 घंटों में बाढ़ राहत शिविरों में 482 मरीज देखे गए। ओआरएस के 372 पैकेट, 2560 क्लोरीन टैबलेट लोगों को दी गई हैं। इस तरह 7 दिनों में, बाढ़ राहत शिविरों में कुल 2139 मरीज देखे गए हैं। जो गंभीर अथवा जरूरी मरीज दिख रहे हैं उन्हें नाव के ज़रिए बाहर निकालकर जिला अस्पतालो में भी एडमिट कराने की व्यबस्था है।
वाराणसी में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा सोनाली त्रिपाठी कहती हैं कि, इस समय सबसे अधिक समस्या छोटे बच्चों की और गर्भवती महिलाओं की बढ़ी है। हम कई घरों से जो बाढ़ से घिरे हुए थे वहाँ से ऐसी महिलाओं को और छोटे बच्चों को ला रहे हैं।गर्भवती महिलाओं को फिलहाल गोयनका महाविद्यालय बाढ़ सहायता केंद्र में देखा जा रहा है।
काशी में मल्लाह संगठन के केशव निषाद कहते हैं कि, नाव वालों की हर रोज़ आमदनी लगभग 3 रु से लेकर 9 रु तक हो ही जाती थी। लेकिन पिछले एक महीने से एक रुपए नहीं मिल रहा है। हमारा सब कुछ तो गंगा मैया और ये नाव ही है, हमें नाव चलाने के अलावा हम लोगों को कुछ नहीं आता, हम कैसे कमाएं? सामान गिरवी रखकर परिवार पालना पड़ रहा है। घाट की कमाई से जी रहे थे अब यही मरने को मजबूर हैं।