ये भी पढ़ें- इन जिलों में फटा कोरोना बम, कहीं 12 तो कहीं सात व पांच-पांच मामले आए सामने, अधिकांश प्रवासी बसों को नहीं मिली इजाजत- दरअसल मंगलवार को उत्तर प्रदेश में फंसे श्रमिकों को राजस्थान भेजने के लिए कांग्रेस ने बसों का इंतेजाम किया था, लेकिन यूपी की सीमा पर आने पर उन बसों के प्रवेश करने नहीं दिया गया। इस पर दोपहर के वक्त कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के साथ प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप माथुर व अन्य नेता राजस्थान बॉर्डर की ओर जाने लगे, लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां पहुंचने नहीं दिया। अजय कुमार लल्लू के साथ आई तीन गाड़ियों को वापस आगरा भेजने के लिए पुलिस पीछे आई। अजय कुमार लल्लू टोल प्लाजा से चकमा देते हुए मंडी मिर्जा खां होते हुए बॉर्डर पर जाने की कोशिश करने लगे, लेकिन रास्ते में इंस्पेक्टर राजकमल बालियान ने ऐसा होने नहीं दिया और उन्हें रोक लिया।
ये भी पढ़ें- यहां कोरोना मरीजों की देखभाल कर रहे 2 डॉक्टर हुए संक्रमित, कुल 27 हुई मरीजों की संख्या वीडियो हो रहा वायरल- इस दरमिया सोशल मीडिया पर वहां का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें अजय कुमार लल्लू को पुलिस वाले उठाते हुए उन्हें एक कार के पास ले जाते नजर आ रहे हैं। वीडिया में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कह रहे हैं कि हमारी 1000 बसें तैयार हैं। हमें जाने दीजिए ताकि प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाया जा सके। बाकी आपकी सरकार भाषण दे रही है।
कांग्रेस नेताओं ने नहीं किया था बसों के लिए आवेदन- एसपी ग्रामीण (पश्चिम) रवि कुमार ने इस पर कहा कि गृह मंत्रालय की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के मुताबिक अंतरराज्यीय बस चलाने के लिए आवेदन करना होता है, जिसके बाद पास जारी किया जाता है व अनुमति दी जाती है। लेकिन कांग्रेस नेताओं ने आवेदन तक नहीं किया था। इसलिए उन्हें प्रवेश की अनुमति नहीं थी। एसपी ग्रामीण रवि कुमार ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की गिरफ्तारी से भी इंकार किया है।