एडीसीपी पूर्वी सैयद अली अब्बास ने बताया कि शनिवार दोपहर में अनामिका की हत्या की सूचना से उसके परिजन स्तब्ध रह गए। परिजनों ने बताया कि जब इस घर में केवल नौकर अर्जुन रहता था तब आदर्श उससे मामूली किराया लेते थे। जब वह यहां रहने आए तो पहले तीसरी मंजिल पर उसका कमरा बनवाया। ताकि उसे कोई दिक्कत न हो। किराया भी माफ कर दिया था। मदद भी करते रहते थे। इसके बाद भी इसने अनामिका की हत्या करवा दी।
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नहीं कराया गया था पुलिस वेरिफिकेशनजो नौकर अर्जुन सोनी ढाई साल से आदर्श के घर पर रह रहा था उसका पुलिस वेरिफिकेशन नहीं कराया गया। इसमें भी लापरवाही बरती। एडीसीपी पूर्वी सैयद अली अब्बास ने बताया कि बृहस्पतिवार को वीरेंद्र, अर्जुन साहू से मिलने पहुंचा था। तब उसका मकसद था रेकी करना। रेकी करने के दूसरे ही दिन वारदात को अंजाम दिया। वहीं जब वारदात को अंजाम देकर वीरेंद्र भाग गया था तब अर्जुन ने आदर्श को फोन कर बताया था कि अनामिका का कोई कत्ल करके चला गया है।