एक नामचीन दवा कंपनी ने यूपी ड्रग कंट्रोलर को पत्र लिखकर शिकायत की है कि बाजार में कंपनी की दवा क्लोपीटेब का नकली कारोबार किया जा रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक क्लोपीटैब हार्ट पेशेंट को दी जाती है ताकि, दिल को खून पहुंचाने वाली नसों में थक्का नहीं जमने पाये। एक आंकड़े के मुताबिक, राजधानी लखनऊ के सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में रोजाना 7000 से 8000 हार्ट पेशेंट आते हैं। बाजार में नकली दवाओं की आशंका ने डॉक्टरों के साथ-साथ मरीजों की धड़कन बढ़ा दी है।
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अमीनाबाद में होता है दवा का थोक कारोबारलखनऊ की बात करें तो यहां करीब 5000 फुटकर और करीब 3500 थोक दवा की दुकानें हैं, जहां से रोजाना करोड़ों रुपए की दवा का कारोबार हो रहा है। दवा का सबसे बड़ा थोक कारोबार अमीनाबाद में होता है, जहां से कई जिलों में दवाओं की आपूर्ति की जाती है।
ड्रग इंस्पेक्टर बृजेश कुमार के मुताबिक, क्लोपीटैब सहित दिल के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं की बिक्री काफी है। विभाग लगातार नजर बनाये है। साथ ही लखनऊ केमिस्ट एसोसिएशन को भी आगाह करते हुए कहा गया है कि नकली दवा की आशंका में तुरंत सूचना दें। सूचना के आधार पर छापेमारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की टीम को भी अलर्ट कर दिया गया है।