साल में दो बार आयोजित होगी परीक्षा फार्मासिस्ट फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष सुनील यादव ने कहा कि डिप्लोमा इन फार्मेसी एग्जिट एग्जामिनेशन रेगुलेशन 2022 से फार्मेसी के स्तर में सुधार की उम्मीद है। पंजीकरण के लिए जरूरी एग्जिट परीक्षा साल में दो बार होगी। फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ही परीक्षाओं का कार्यक्रम तय करेगी। एग्जिट परीक्षा देने के लिए अभ्यर्थियों को डिप्लोमा फार्मेसी परीक्षा पास करनी होगी। परीक्षा में तीन विषय के पेपर होंगे। तीन घंटे की परीक्षा होगी। इसकी भाषा अंग्रेजी होगी। परीक्षा पास करने के लिए 50 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा। प्रत्येक पेपर में अलग-अलग 50 फीसदी अंक पाने वाले अभ्यर्थी को ही पास माना जाएगा। अभ्यर्थी चाहे जितनी बार परीक्षा दे, लेकिन तीनों पेपर एक ही प्रयास में पास करना होगा।
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क्यों देनी होगी एग्जिट परीक्षा दरअसल, फार्मेसी काउंसिल को ऐसी शिकायत मिली थी कि एग्जिस्टिंग फार्मासिस्ट को फार्मेसी बेसिक नॉलेज तक नहीं है। इसी जानकारी को परखने के लिए पीसीआई की केंद्रीय परिषद की बैठक में हाल ही में लाइसेंस होल्डर फार्मासिस्ट की परीक्षा ले गई जिसमें वह आसान सवालों के जवाब नहीं दे पाए। इस परीक्षा का एकमात्र उद्देश्य यही होगा कि आगामी डिप्लोमा फार्मेसी कोर्स करने वाले छात्रों को परिपक्व बनाया जाए। यह भी पढ़ें
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एग्जिट परीक्षा आयोजित करने की प्रक्रिया – प्रत्येक परीक्षा दो बार आयोजित की जाएगी। परीक्षा आयोजित करने की प्रक्रिया भारतीय फार्मेसी परिषद (पीसीआई) द्वारा घोषित योजना के अनुसार होगी।– फार्मास्यूटिक्स, फार्मोकोलॉजी, फार्माकोग्रोसी, फार्माक्यूटिकल केमिस्ट्री, बायो केमिस्ट्री, हॉस्पिटल एंड क्लीनिकल फार्मेसी, फार्मास्यूटिकल जूरिप्रूडेंस एंड ड्रग स्टोर मैनेजमेंट में बहुविकल्पीय प्रश्नों के तीन पेपर होंगे।
– सफल उम्मीदवारों को नामांकन और अभ्यास के लिए पात्रता का प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। पंजीकरण के लिए राज्य भेषजी परिषद (State Pharmacy Council) के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।