बीते दिनों लखीमपुर खीरी पुलिस और एटीएस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार किया था। इनसे शुरुआती पूछताछ में सामने आया था कि यह लोग नेपाल से रकम लाकर यूपी लाते थे, जिसे अन्य साथियों को देते थे। यह साथी इस रकम को दिल्ली पहुंचाते थे, जहां से इसे आगे भेजा जाता था। पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ था कि दिल्ली पहुंचने पर इस रकम का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के संचालन में इस्तेमाल किया जा रहा था।
टेरर फंडिंग में सामने आ रहे यह नाम
टेरर फंडिंग को आतंकियों तक पहुंचाने वाले जो और नाम एटीएस को पता चले हैं, उनमें बरेली के इज्जतनगर निवासी फहीम व सदाकत हैं। मुमताज और सिराजुद्दीन पर भी टेरर फंडिंग के आरोप हैं। एटीएस के साथ ही अन्य एजेंसियां भी इनकी तलाश में जुटी हैं। एटीएस सूत्रों की मानें तो अभी तक की पूछताछ में गिरफ्तार आरोपितों ने दिल्ली के अलावा कुछ और जगहों पर ऐसी रकम को पहुंचाए जाने की जानकारी दी है। एटीएस इस जानकारी भी की तस्दीक कर रही है।
टेरर फंडिंग को आतंकियों तक पहुंचाने वाले जो और नाम एटीएस को पता चले हैं, उनमें बरेली के इज्जतनगर निवासी फहीम व सदाकत हैं। मुमताज और सिराजुद्दीन पर भी टेरर फंडिंग के आरोप हैं। एटीएस के साथ ही अन्य एजेंसियां भी इनकी तलाश में जुटी हैं। एटीएस सूत्रों की मानें तो अभी तक की पूछताछ में गिरफ्तार आरोपितों ने दिल्ली के अलावा कुछ और जगहों पर ऐसी रकम को पहुंचाए जाने की जानकारी दी है। एटीएस इस जानकारी भी की तस्दीक कर रही है।