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Encounter in UP: योगी राज में हुए करीब 11 हजार एनकाउंटर, मुस्लिम से ज्यादा मारे गए हिंदू बदमाश ; यहां देखे डाटा

Encounter in UP: अतीक अहमद के बेटे के एनकाउंटर पर अखिलेश यादव ने इसे झूठा एनकाउंटर बताया है तो दूसरी तरफ सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सिर्फ मुस्लिम बदमाशों का एनकाउंटर कराने का आरोप लगाया है।

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लखनऊ

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Prashant Tiwari

Apr 14, 2023

CM Yogi

CM योगी के निर्देश पर प्रदेश में लगातार हो रहे एनकाउंटर

उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी असद अहमद और गुलाम हुसैन को UP STF ने एनकाउंटर में मार गिराया। यह एनकाउंटर झांसी में गुरुवार को हुआ था। एक तरफ जहां माफिया अतीक अहमद के बेटे के एनकाउंटर पर अखिलेश यादव ने इसे झूठा एनकाउंटर बताया है तो दूसरी तरफ सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सिर्फ मुस्लिम बदमाशों का एनकाउंटर कराने का आरोप लगाया है। आइए हम आपको बताते हैं कि योगी सरकार में हुए एनकाउंटर की कहानी।

योगी सरकार में कितने एनकाउंटर हुए?
उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक 2017 से लेकर अब तक प्रदेश में कुल 10,715 एनकाउंटर हुआ है, जिनमें करीब 23 हजार से ज्यादा अपराधी पकड़े गए। प्रदेश में सबसे ज्यादा 3152 एनकाउंटर मेरठ में हुआ, 1844 एनकाउंटर के साथ आगरा दूसरे नंबर पर और 1497 एनकाउंटर के साथ बरेली तीसरे नंबर पर है।


किस साल में कितने बदमाश मारे गए?
उत्तर प्रदेश पुलिस के द्वारा दिए गए आंकड़ों पर नजर डालें तो 2017 में 28, 2018 में 41, 2019 में 34, 2020 में 26, 2021 में 26, 2022 में 14 और 2023 का डेटा अभी सामने नहीं आया है। लेकिन पिछले 2 दिनों में 3 बदमाश पुलिस के गोली से मारे गए हैं।

कितने हिंदू-मुस्लिम बदमाश मारे गए
उत्तर प्रदेश पुलिस के द्वारा उपलब्ध कराए गए रिकार्ड के अनुसार प्रदेश में एनकाउंटर के दौरान मारे गए 183 बदमाशों में से 121 हिंदू और 62 मुस्लिम हैं। इस बात से यह साफ होता है कि असदुद्दीन ओवैसी का योगी सरकार पर सिर्फ मुस्लिम बदमाशों को मरवाने का आरोप गलत है।


अधिकतम एनकाउंटर में पुलिस को क्लीन चीट
अब बात करते हैं अखिलेश यादव के लगाए आरोपों पर पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि पिछले 6 साल के दौरान जितने भी एनकाउंटर हुए हैं वह सब झूठे या फेंक हैं। लेकिन पुलिस के किए गए एनकाउंटर्स में मजिस्ट्रियल जांच के बाद अधिकतम केसों में पुलिस को क्लीन चीट मिल गई। फिलहाल 100 एनकाउंटर्स की जांच चल रही है।

UP पुलिस अपराधियों का जाती-मजहब नहीं देखती- राकेश त्रिपाठी
सपा प्रमुख के एक धर्म और जाती विशेष के बदमाशों पर कार्रवाई करने के बयान पर भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने जमकर निशाना साधा। उन्होंने पत्रिका UP से बात करते हुए कहा कि वह ऐसे बयान देकर समाज में जातीय विद्वेष और उन्माद फैलाना चाहते है। लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो पाएंगे। उत्तर प्रदेश की पुलिस जाती और मजहब देखकर कार्रवाई नहीं करती हैं।

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मुख्यमंत्री जी टॉप 10 माफियाओं की लिस्ट कब जारी करेंगे? अमीक जामेई
असद अहमद के एनकाउंटर पर सपा प्रवक्ता अमीक जामेई ने कहा कि अखिलेश यादव जी ने जब सदन में टॉप 10 अपराधियों की लिस्ट मांगी था उसे मुख्यमंत्री जी अब तक नहीं दे पाए। सपा सरकार में हमेशा से अपराधियों के प्रति सख्त रुख अपनाया है। सबको पता है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में जब मुख्तार अंसारी पार्टी में शामिल हुआ था उसे अगले ही दिन पार्टी से निकाल दिया। अब मुख्यमंत्री जी बताए वह प्रदेश के टॉप 10 अपराधियों की लिस्ट कब जारी कर रहे हैं।