पिछले दो वर्षों में उत्तर प्रदेश में कई बड़े हत्याकांड हुए। ज्यादातर मामलों में मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों को लखनऊ स्थित अपने आवास पर ही बुलाकर मुलाकात की, लेकिन सोनभद्र मामले में ऐसा नहीं हुआ। इस बार मुख्यमंत्री ने पीड़ितों को बुलाने के बजाय खुद सोनभद्र जाकर पीड़ित परिवार के परिजनों से मुलाकात की और उनके बच्चों को गोद में लेकर दुलराया भी। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह प्रियंका गांधी की सक्रियता का ही परिणाम है कि खुद मुख्यमंत्री को न केवल सोनभद्र के उम्भा गांव में जाना पड़ा, बल्कि मुआवजे की राशि को भी करीब चार गुना तक बढ़ाना पड़ा। गौरतलब है कि मामले में कांग्रेस ने पीड़ित परिवारों को 10-10 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया था।
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अफसरों को दिये निर्देशमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को हेलीकॉप्टर से उम्भा गांव पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि घटना बहुत ही दुखद है। मैं दो दिन पहले ही यहां आता, लेकिन अंत्येष्ठि के चलते उस दिन नहीं आया। आज आया हूं और आगे भी आऊंगा। अब आपको कोई समस्या नहीं होगी। मदद को हमारे अधिकारी मौजूद रहेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अफसरों को भी आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये। उनके साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, मुख्य सचिव डॉ. अनूप चन्द्र पांडेय और डीजीपी ओपी सिंह भी मौजूद रहे।
दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा : सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिजनों को सांत्वना दी, वहीं कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह पाप कांग्रेस के समय में ही किया गया था। सख्त निर्देश दिए गए हैं कि जांच में पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जाएगी। 10 दिन में रिपोर्ट आने के दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिजनों को सांत्वना दी, वहीं कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह पाप कांग्रेस के समय में ही किया गया था। सख्त निर्देश दिए गए हैं कि जांच में पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जाएगी। 10 दिन में रिपोर्ट आने के दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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