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परेशान माता-पिता ने जब अस्पताल में डॉक्टरों को दिखाया, तो उन्होंने तुरंत मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। केजीएमयू के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में पहुंचने के बाद, डॉक्टरों ने तत्काल ऑपरेशन करने का निर्णय लिया। ऑपरेशन करने वाले प्रमुख सर्जन, डॉ. आनंद ने बताया कि ट्यूमर ने बच्ची के आंतरिक अंगों पर गंभीर दबाव डाल रखा था। विशेष रूप से बायां गुर्दा बहुत नीचे दब गया था, जिससे बच्ची के लिए खतरा बढ़ गया था। यह भी पढ़ें
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डॉ. आनंद के अनुसार, “बच्ची की उम्र बहुत कम होने के कारण और ट्यूमर का आकार बहुत बड़ा होने के कारण, ऑपरेशन काफी जटिल था। ऑपरेशन के दौरान अत्यधिक सावधानी बरती गई।” ऑपरेशन के दौरान टीम ने अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग किया और सफलतापूर्वक ट्यूमर को निकाल लिया गया। यह भी पढ़ें
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इस सफल ऑपरेशन ने न केवल बच्ची की जान बचाई, बल्कि माता-पिता की चिंताओं को भी दूर किया। बच्ची के पिता महफूज ने डॉक्टरों का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “हम बहुत डरे हुए थे, लेकिन केजीएमयू के डॉक्टरों ने हमारी बेटी को नई जिंदगी दी है। यह भी पढ़ें