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नई वर्दी के लिए हर कर्मचारी को 1800 रुपये दिए जाएंगे, और इस योजना पर कुल 6.70 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। यह कदम न केवल कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत है बल्कि उनकी पेशेवर छवि को भी बनाए रखने में मदद करेगा। यह भी पढ़ें
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वर्दी के लिए हर दो साल में मिलता है पैसा परिवहन निगम की नीति के अनुसार, हर दो साल में रोडवेज कर्मचारियों को नई वर्दी के लिए धनराशि प्रदान की जाती है। इस बार, वर्दी के लिए 1800 रुपये सीधे ड्राइवरों और कंडक्टरों के बैंक खातों में ट्रांसफर किए जाएंगे। योगी सरकार ने इस पहल के तहत 6.70 करोड़ रुपये का बजट तय किया है, जिससे यूपी रोडवेज के 37,000 से अधिक ड्राइवरों और कंडक्टरों को इसका फायदा मिलेगा। इस योजना का उद्देश्य कर्मचारियों की कार्यशैली में सुधार लाना और उन्हें एक संगठित एवं पेशेवर रूप देना है, ताकि वे गर्व के साथ अपने कर्तव्यों का पालन कर सकें। यह भी पढ़ें
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सीधे बैंक खातों में होगा फंड ट्रांसफर पिछले वर्षों में कभी-कभी वर्दी के लिए मिलने वाले फंड में देरी होती थी, लेकिन इस बार सरकार ने सुनिश्चित किया है कि यह प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और सुगम हो। हर कर्मचारी के बैंक खाते में वर्दी के लिए निर्धारित राशि भेजी जाएगी, ताकि वे अपनी सुविधा के अनुसार इसे खरीद सकें। इस डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) प्रणाली से कर्मचारियों को किसी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा। यह भी पढ़ें
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नए वर्दी से बढ़ेगा मनोबल नई वर्दी से न केवल रोडवेज कर्मचारियों की पेशेवर छवि निखरेगी, बल्कि इससे उनका मनोबल भी बढ़ेगा। जो कर्मचारी दिन-रात यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए काम करते हैं, उनके लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे वे अपने कार्य को और अधिक निष्ठा और गर्व के साथ कर सकेंगे।यूपी रोडवेज कर्मचारियों के लिए फायदे:
37,000 से अधिक ड्राइवरों और कंडक्टरों को 1800 रुपये मिलेंगे।सरकार द्वारा कुल 6.70 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
हर कर्मचारी के खाते में सीधे फंड ट्रांसफर किया जाएगा।
हर दो साल में कर्मचारियों को वर्दी के लिए धनराशि दी जाती है।
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