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लखनऊ

शस्त्रों के हैं शौकीन तो माउजर, पिस्टल और रिवॉल्वर में समझ लीजिए क्या है फर्क

Mouser Gun, Pistol and Revolver: फिल्मी दुनिया में माउजर गन को देखा या सुना होगा। पिस्टल और रिवॉल्वर से तो सभी बखूबी रूबरू होंगे। लेकिन क्या आपने सोचा कि ये तीनों हैंडगन होने के बावजूद भी ऐसी क्या खासयित है जो इन्हें एक दूसरे से अलग बनाती है। इनमें से सबसे ताकतवर की श्रेणी में आती है माउजर गन।

लखनऊMay 24, 2022 / 05:27 pm

Snigdha Singh

Difference Among Mouser Gun, Pistol and Revolver

Difference Among Mouser Gun, Pistol and Revolver

अस्त्र शस्त्र की दुनिया में माउजर, पिस्टल और रिवाल्वर के अपग्रेड असलहे लोगों के दिलों को खूब पसंद आ रहे। तीनों ही हैंडगन हैं। लेकिन इन तीनों में ऐसी गजब खूबियां हो जो इन तीनों के चलने के तरीके से लेकर कीमत तक में अंतर को बयां करता है। बता दें कि अस्त्र शस्त्र की नई तकनीक में इन तीनों को ही अब एक हाथ से भी चलाया जा सकता है। रिवॉल्वर, पिस्टल और माउजर में सबसे अधिक मारक क्षमता माउजर गन की होती है। माउजर में लकड़ी का भी कुंदा उपयोग हो सकता है। पिस्टल में एक बार में 18 गोलिया, माउजर में 20 और रिवॉल्वर में 6 राउंड फायर हो सकती है।
क्या है माउजर गन

माउजर एक जर्मन कंपनी का नाम है जो कि बोल्ट एक्शन राइफल तथा सेमी-ओटोमैटिक हैंडगन्स का निर्माण करती है। इसके द्वारा निर्मित हथियार बहुत उच्च गुणवत्ता के माने जाते हैं। माउजर की मैगजीन ट्रिगर के आगे लगती थी। जबकि सामान्यतया सभी पिस्तौलों में मैगजीन ट्रिगर के पीछे और बट के अन्दर होती है। इस पिस्तौल का एक अन्य मॉडल लकड़ी के कुन्दे के साथ सन 1916 में बनाया गया। बता दें कि इसकी प्रभावी मारक क्षमता 150 से 200 मीटर तक है। माउजर गन में 7.63×25 मिमी साइज के कारतूस इस्तेमाल किये जाते हैं। जबकि 0.32″ बोर के रिवॉल्वर में 7.65×25 मिमी साइज के कारतूस प्रयुक्त होते हैं। 0.32″ बोर रिवॉल्वर के कारतूस माउजर के कारतूसों के मुकाबले 0.02 मिमी ही अधिक होते हैं। नाल की लंबाई 140-99 मिमी होती है। एक बार में 6, 10 और 20 गोलिया चल सकती हैं।
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कुछ ऐसे काम करती है पिस्टल

पिस्टल एक फुल ओटोमेटिक हैंडगन है। इसे बार-बार लोड नहीं करना पड़ता । इसमें एक मैगजीन होती है, जिसमें अमुमन बीस गोलियां या कारतूस भरे जा सकते हैं। इसे एक बार लोड करके जब तक मैगजीन खाली न हो जाय इससे लगातार फायरिंग किया जा सकता है। मैगजीन खाली होने पर उसे बदल कर तुरंत फायरिंग फिर जारी रखा जा सकता है। पिस्टल की बैरल काफी छोटी होती है और इसकी लंबाई 10 इंच से ज्यादा नहीं होती। आमतौर पर यह 50 मीटर तक फायर कर सकती है।
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क्या है रिवॉल्वर की खासियत

रिवाल्वर भी एक हैंड गन है। परंतु इसमें पिस्तौल की तरह गोलियां या कारतूस भरने के लिए मैगजीन की बजाय एक ठोस सिलेंडर टाईप चकरी लगी होती है। इसमें गोलियां भरने के लिए स्थान बना हुआ होता है। इसलिए इसे व्हील-गन भी कहते हैं। एक “स्टैंडर्ड रिवाल्वर” में अधिकतम छः कारतूस भरे जा सकते हैं। लगातार छह फायर किए जा सकते हैं। इसमें एक रिवॉल्विंग सिलेंडर लगा होता है। जिसमें गोलियां सेट करनी पड़ती हैं। फायर करने से पहले सिलेंडर घुमाया जाता है ताकि ट्रिगर पॉइंट के सामने गोली आ जाए और हिट होने के साथ ही फायर हो जाए।
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