क्या होता है .32 बोर यह गोली की साइज मापने के लिए होता है। किसी भी खोखले पाइप के आंतरित डायमीटर या व्यास को बोर करते हैं। ये दो तरह के डायमीटर होते है- आंतरिक और बाह्य। शस्त्रों की भाषा में किसी खोखले पाइप की आंतरिक व्यास को बोर कहते हैं। रिवॉल्वर और पिस्टल में अब के समय में .12, .22 और .32 बोर की असलहे उपलब्ध हो रहे हैं। रायफल, दुनाली बंदूक में भी बोर का उपयोग होता है।
यह भी पढ़े – शस्त्रों के हैं शौकीन तो माउजर, पिस्टल और रिवॉल्वर में समझ लीजिए क्या है फर्क क्या होता है कैलिबर पिस्टल और रिवॉल्वर के बोर को नापने के लिए दो प्रणालियों का उपयोग किया जाता है। इसमें एक प्रणाली कैलिबर और मिलीमीटर का उपयोग किया जाता है। वैसे ‘कैलिबर’ शब्द दरअसल ‘बोर’ का ही पर्यायवाची है, लेकिन अब बन्दूकों, राइफल्स आदि के लिए माप प्रणाली बन गया है। इंच और कैलिबर में कोई अंतर नहीं है, क्यूंकि एक इंच और एक कैलिबर बराबर ही है, यानी .30 कैलिबर राइफल के बोर का व्यास दरअसल .30 इंच हुआ। कहीं-कहीं इस इंच या कैलिबर को दशमलव के तीन स्थानों तक शुद्ध मापा जाता था। इसलिए .303 कैलिबर राइफल सुना होगा। कुछ राइफल्स के नाम कैलिबर पर रखे जाते हैं। जैसे .44 स्पेशल या .38 मैग्नम।
यह भी पढ़े – बिना आपके फिंगर प्रिंट के नहीं चलेगी ये रिवॉल्वर, महिलाओं के लिए खास, जानिए क्या है कीमत क्या है एमएम माप प्रणाली मिलीमीटर या एमएम भी एक मापक प्रणाली है। यदि किसी बंदूक का बोर 5.56 एमएम का है तो इसका मतलब ये हुआ कि बंदूक की नली का अंदरूनी व्यास 5.56 मिलीमीटर है। उसमें उपयोग में आने वाली गोली का व्यास भी 5.56 एमएम होना चाहिए। 1 कैलिबर यानी 1 इंच और एक इंच होता है 25.4 मिलीमीटर (एमएम)। यदि आपको किसी बंदूक के बोर का व्यास कैलिबर में पता है तो उसे आसानी से एमएम में बदल सकते हैं। उसे 25.4 से गुणा करके और यदि आपको बोर का व्यास एमएम में पता है तो उसे 25.4 से डिवाइड करके या 0.0393700787 से गुणा करके कैलिबर में बदल सकते हैं।