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धनतेरस 2024 तिथि
लखनऊ गोमती नगर स्थित कोनेश्वर मंदिर के पंडित शक्ति मिश्रा ने बताया कि पंचांग के अनुसार धनतेरस कार्तिक त्रयोदशी की तिथि 29 अक्टूबर मंगलवार को सुबह 10:32 बजे से शुरू होगी और 30 अक्टूबर को दोपहर 01:15 बजे समाप्त होगी। इस लिहाज से, उदया तिथि के अनुसार, 29 अक्टूबर 2024 को धनतेरस का त्योहार मनाया जाएगा।धनतेरस पर खरीदें ये चीजें
उन्होंने बताया कि धनतेरस के दिन खरीदारी करना एक महत्वपूर्ण परंपरा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन सोना, चांदी, और बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। इसके अलावा, झाड़ू खरीदना भी धनतेरस पर विशेष महत्व रखता है। हिंदू धर्म में झाड़ू को माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। माना जाता है कि धनतेरस पर झाड़ू खरीदने से घर में बरकत आती है और आर्थिक परेशानियों से मुक्ति मिलती है। यह भी पढ़ें
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इस दिन आप बर्तन, सोने-चांदी के आभूषण, वाहन, और जमीन-जायदाद का भी सौदा कर सकते हैं। इन खरीदारी से न केवल आपको सुख-समृद्धि मिलती है, बल्कि यह आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा भी लाती है।धन्वंतरि पूजा का शुभ मुहूर्त
दृक पंचांग के अनुसार इस साल धन्वंतरि पूजा का शुभ मुहूर्त प्रातःकाल 06:31 बजे से 08:44 बजे तक रहेगा। वहीं धनतेरस पूजा का मुहूर्त शाम को 06:31 बजे से 08:12 बजे तक रहेगा, जिसकी अवधि 01 घंटे 41 मिनट रहेगी। इस दौरान पूजा करने से विशेष लाभ होता है।लखनऊ-कानपुर से नोएडा तक धनतेरस का अलग शुभ मुहूर्त
- लखनऊ: 06:31 PM से 08:44 PM
- वाराणसी: 06:30 PM से 08:10 PM
- आगरा: 06:32 PM से 08:12 PM
- प्रयागराज: 06:28 PM से 08:08 PM
- कानपुर: 06:31 PM से 08:11 PM
धनतेरस पूजा विधि
धनतेरस के दिन शुभ मुहूर्त में धन्वंतरि देव, माता लक्ष्मी, और कुबेर देवता की मूर्तियों या तस्वीरों की स्थापना करें। इसके बाद कुबेर देव और धन्वंतरि देव की पूजा करें। पूजन के दौरान घी का दीप जलाएं और शाम में घर के मुख्य द्वार पर दीपक लगाएं। इस दिन धन्वंतरि देव को पीली मिठाई का भोग लगाएं और मंत्रों का जाप करके आरती करें। यह भी पढ़ें
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पूजा के बाद घर के सभी सदस्यों को मिठाई बांटकर त्योहार का जश्न मनाएं। इस दिन किए गए पूजा और खरीदारी से आपके घर में सुख-समृद्धि का वास होगा। यह भी पढ़ें
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धनतेरस का त्योहार न केवल धन की देवी लक्ष्मी और धन्वंतरि देव की पूजा का अवसर है, बल्कि यह हमारे जीवन में धन और स्वास्थ्य को आमंत्रित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर भी है। सही तिथि और शुभ मुहूर्त में पूजा करने से आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है और जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकता है। इस धनतेरस पर आप अपनी खरीदारी की योजना बनाएं और इस पर्व को खुशी-खुशी मनाएं।धनतेरस पर क्या नहीं खरीदना है
पंडित शक्ति मिश्रा ने कहा कि धनतेरस के अवसर पर कुछ चीजें खरीदने से परहेज करना भी महत्वपूर्ण होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार धनतेरस पर निम्नलिखित चीजें न खरीदने की सलाह दी जाती है। यह भी पढ़ें
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बुरे सामान: खराब गुणवत्ता वाले बर्तन या आभूषण खरीदने से बचना चाहिए, क्योंकि यह दुर्भाग्य ला सकता है। धातु के पुराने सामान: पुराने और जंग लगे बर्तन या धातु के सामान खरीदना अशुभ माना जाता है। गंदे सामान: गंदे या धूल से भरे सामान को खरीदने से भी परहेज करना चाहिए, क्योंकि यह अशुद्धता का प्रतीक माना जाता है। शराब: धनतेरस पर शराब या नशीले पदार्थों का सेवन या खरीदना उचित नहीं होता है। यह धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से गलत माना जाता है।
धातु की किसी भी वस्तु: कुछ मान्यताओं के अनुसार, इस दिन लोहे की चीजें खरीदने से बचना चाहिए, क्योंकि यह धन की कमी का संकेत हो सकता है। इस्तेमाल किए हुए सामान: धनतेरस पर किसी भी तरह के इस्तेमाल किए हुए सामान जैसे पुरानी गाड़ियों, बर्तनों, या आभूषणों को खरीदना अशुभ माना जाता है।
उलझे हुए धागे: यदि आप धागे खरीदते हैं, तो उन्हें उलझा हुआ न खरीदें, क्योंकि यह जीवन में उलझन का प्रतीक माना जाता है। धनतेरस पर खरीदारी करते समय ध्यान रखें कि आप अच्छी गुणवत्ता की चीजें खरीदें और नकारात्मक ऊर्जा से बचें। यह त्योहार आपके जीवन में समृद्धि और सुख लाने का अवसर है, इसलिए शुभ और सकारात्मक वस्तुओं को ही प्राथमिकता दें।