लखनऊ

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक बोले- कुछ लोग अपने बाप को ही पार्टी से बाहर कर देते हैं, कांग्रेस परिवारवाद का सबसे बड़ा उदाहरण

उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक शनिवार को बरेली दौरे पर थे। यहाँ उन्होने इमरजेंसी पर बोलते हुए कहा कि पहले जो स्थिति कांग्रेस की थी आज उससे भी बदतर हो चुकी है। वहीं सपा पर कटाक्ष करते हुए उन्होने कहा कि, वो औरंगजेब से भी बड़े वाले हैं। अपने बाप को ही पार्टी से बाहर कर दिए।
 

लखनऊJun 25, 2022 / 11:33 pm

Dinesh Mishra

भ्रष्टाचार पकड़ा गया तो ईडी पर दबाव डालने की कोशिश: ब्रजेश पाठक

बरेली में एक कार्यक्रम के दौरान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इमरजेंसी को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि, उस वक्त किसी को बोलने की आजादी नहीं थी। वर्तमान में जिस समाजवादी पार्टी की आप चर्चा सुनते है वो असली नही है, यहाँ तो बेटा बाप को ही पार्टी से बाहर कर देता है। असली सपा तो आचार्य नरेंद्र देव, राजनारायण जी की थी। लेकिन इन लोगों ने समाजवादी पार्टी को एक झटके के साथ एक परिवार के कब्जे में लाने का काम किया था। प्रदेश में समाजवादी पार्टी होने का सन्देश दिया था, जबकि समाजवादी का यह उद्देश्य होता है कि उनका मुखिया कोई नहीं होगा ,उनकी सम्पत्ति का वारिस कोई नहीं होगा।
कांग्रेस के असली मुखिया गांधी होते थे लेकिन

देश की आजादी की लड़ाई कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में लड़ी गई थी और उसके मुखिया महात्मा गाँधी होते थे। जब अंग्रेजों से वार्ता हुई तो महात्मा गाँधी के नेतृत्व में हुई। देश के लोगों ने यह समझा था कि कांग्रेस के अगुवाई में देश की आजादी को लड़ा था और उसके नेता महात्मा गाँधी मान गए थे। लेकिन कांग्रेस ने महात्मा गांधी करते हुए उनके आदर्शो को ताले में बंद कर दिया। उनके नाम को अपने नाम के साथ जोड़कर देश की जनता को गुमराह कर सत्ता पर काबिज होने का काम किया। 25 जून 1975 में श्रीमती गाँधी के चुनाव को उस समय के तत्कालीन कोर्ट ने रद्द कर दिया था | और उस ,समय के राष्ट्रपति ने श्री मती गांधी के कहने पर देश में इमरजेंसी लगा दी थी।
भाजपा में बूथ अध्यक्ष भी मुख्यमंत्री या अध्यक्ष बन सकता है

बृजेश पाठक ने परिवारवाद के मुद्दे पर सपा -कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि भाजपा एक ऐसा दल है जहाँ बूथ स्तर का नेता पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकता है जबकि अन्य पार्टियों में ऐसा नहीं है। उन्होंने ने सपा -कांग्रेस का नाम लेते हुए कहा कि, मुलायम सिंह के बाद उनका बेटा अखिलेश यादव पार्टी के अध्यक्ष बने इसी तरह कांग्रेस में सोनिया गांधी के बाद राहुल गाँधी पार्टी अध्यक्ष बने। जब राहुल जी शादी कर लेंगे तो उनका बेटा अध्यक्ष बनेगा नहीं तो प्रियंका गाँधी कोई रास्ता निकाल लेंगी। उन्होंने सपा पर तंज कसते हुए कहा कि हमने मुगलों में सुना था कि पिता को धक्का देकर बेटा गद्दी हासिल कर लिया करता था। हां तो लोगों ने सपा में देखा।
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