शिक्षकों और कर्मचारियों में डर शिक्षक महासंघ और कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी, पेंशनर्स अधिकार मंच के अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा ने मतगणना को टालने का कारण बताया है। उन्होंने कहा कि मई को होने वाली मतगणना को शिक्षकों और कर्मचारियों में डर है। निर्वाचन आयोग ने शुरुआत से हम लोगों की नहीं सुनी और अब भी नहीं सुन रहा है। ऐसे में उनके साथ कोई और विकल्प नहीं बचा है। उन्होंने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर मतगणना को टालने का आग्रह किया है। उन्होंने साफ किया है कि दो मई को होने वाली मतगणना में कोई भी शिक्षक और कर्मचारी हिस्सा नहीं लेगा।
जब जीवन नहीं तो नौकरी का क्या पत्र में कहा गया, ‘हम नौकरी जिंदा रहने के लिए ही तो करते हैं। जब जीवन ही नहीं बचेगा तो नौकरी का भी क्या करेंगे? प्रदेश के सभी प्राथमिक शिक्षक दो मई को मतगणना के खिलाफ हैं और अगर इसे रोका नहीं गया तो बहिष्कार के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचेगा।’