Oxygen की बढ़ती हुई किल्लत को देखते हुए प्रदेश सरकार अब सभी मेडिकल कॉलेज, संस्थान और चिकित्सा महाविद्यालयों पर पल-पल नजर रखेगी। इसके लिए महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण के कार्यालय में 24 घंटे का कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। कंट्रोल रूम से न सिर्फ ऑक्सीजन आपूर्ति पर नजर रखी जाएगी, बल्कि किसी भी प्रकार की आवश्यकता पर तत्काल समाधान कराया जाएगा। कंट्रोल रूम गूगल शीट पर ऑक्सीजन के बारे में सूचना दिन में चार बार अपडेट करेगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने सभी अस्पतालों को 36 घंटे का बैकअप बनाये रखने का निर्देश दिया है।
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ऑक्सीजन ही नहीं, खाली सिलेंडरों की भी दिक्कत
कोरोना महामारी के बीच Oxygen की बढ़ती जरूरत को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कंपनियों से प्रोडक्शन बढ़ाने की अपील की है। ऑक्सीजन उत्पादन करने वाली कंपनियों का कहना है कि वह ऑक्सीजन का प्रोडक्शन तो बढ़ा देंगी, लेकिन रखेंगे किसमें? क्योंकि उनके पास खाली सिलेंडर ही नहीं हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद प्रदेश भर के अस्पताल 36 घंटे का ऑक्सीजन का बैकअप रख रहे हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में लोगों ने अपने घर में ऑक्सीजन सिलेंडर खरीद कर रख लिया है। ऐसे में अब खाली सिलेंडर की किल्लत भी बड़ी समस्या बन गई है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऑक्सीजन रिफलिंग केंद्रों को निर्देश दिया है कि अति गंभीर परिस्थितियों को छोड़कर व्यक्तिगत रूप से किसी को भी आक्सीजन सिलेंडर नहीं दिया जाये। उधर, वाराणसी जिला प्रशासन ने अहमदाबाद से 600 नये सिलेंडर मंगवाये हैं।