नवाब मलिक बलरामपुर कनेक्शन तो जानकर चौंक जाएंगे कि, मंत्री नवाब मलिक यूपी कनेक्शन के साथ बलरामपुर कनेक्शन भी है। जी, नवाब मलिक मूल रूप से महाराष्ट्र नहीं बल्कि यूपी के एक जिले बलरामपुर के उतरौला तालुका के रेहरा बाजार थाना क्षेत्र के गजपुरग्रिंट गांव के निवासी हैं। नवाब के जन्म के बाद मलिक परिवार मुंबई लौट गया।. जहां मलिक परिवार कबाड़ और होटल के बिजनेस का कारोबार करता था।
समाजवादी पार्टी के टिकट दो विधायक चुने गए नवाब मलिक 1995 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर नेहरू नगर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। हालांकि वह यह चुनाव शिवसेना के सूर्यकांत महादिक से हार गए लेकिन अगले ही साल 1996 में वह जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। मलिक 1999 में दोबारा सपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते। उस समय कांग्रेस और एनसीपी की सरकार उनको राज्यमंत्री बनाया गया। अब वह एनसीपी में शामिल हो गए हैं। शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के ड्रग केस में सबसे ज्यादा चर्चा में नवाब मलिक आए थे।
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गांव गजपुरग्रिंट में 27 फरवरी तक रहना था एनसीपी नेता नवाब मलिक मंगलवार को गांव गजपुरग्रिंट में ही थे। गांव के लोगों ने बताया कि, उनका 27 फरवरी तक गांव में रहना था। दो दिन से वाराणसी में चुनाव प्रचार में थे। वह सोमवार को ही गांव आए थे। डुमरियागंज में तीन दिन का कार्यक्रम था। इसलिए गांव में ही ठहरे थे। साल में दो-तीन बार जरूर आते हैं गांव मुंबई से ईडी की नोटिस की सूचना के बाद नवाब मलिक ने अपने सभी कार्यक्रम रद करके वापस चले गए। गांव के नरसिंह बहादुर व जर्रार ने बताया कि, यहां के लोगों से उनका लगाव है। साल में दो-तीन बार गांव जरूर आते हैं।
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अचानक वापस जाना पड़ा रफातुल्ला व मोअज्जम अली ने बताया कि, 27 तक गांव में रहेंगे। बनारस के बाद डुमरियागंज में कार्यक्रम लगा था, लेकिन अचानक उनको वापस जाना पड़ा। नवाब मलिक PMLA कोर्ट में पेश ईडी ने नवाब मलिक को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद नवाब मलिक ने कहा कि, भले ही उनको गिरफ्तार कर लिया गया है लेकिन वह डरेंगे नहीं। उन्होंने कहा- हम लड़ेंगे और जीतेंगे। ईडी ने मलिक को PMLA कोर्ट में पेश किया है।