यह भी पढ़ें
Mahakumbh 2025: बुधवार को 238 करोड़ के स्वच्छता एवं सुरक्षा उपकरणों और परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे CM
फॉरेंसिक साइंसेज के ऑडिटोरियम का उद्घाटन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस राष्ट्रीय कांफ्रेंस के दौरान फॉरेंसिक साइंसेज के नये ऑडिटोरियम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सुशासन की पहली शर्त है कानून का राज, और पिछले साढ़े सात वर्षों से उत्तर प्रदेश में कानून का राज स्थापित है। आज प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर हो चुकी है और यह चर्चा का विषय बन चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश के सभी 1775 थानों में साइबर हेल्प डेस्क का संचालन किया जा रहा है, ताकि साइबर अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण रखा जा सके। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में साइबर सुरक्षा को लेकर किए गए प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि 18 रेंजों में साइबर थानों की स्थापना की गई है और जल्द ही 75 जनपदों में भी साइबर थाने शुरू किए जाएंगे।
साइबर फ्रॉड्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीकी विकास से अपराधों का रूप भी बदल रहा है। साइबर फ्रॉड्स और डिजिटल अपराधों से निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने साइबर सुरक्षा को एक प्राथमिकता बनाई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने 1775 थानों पर साइबर हेल्प डेस्क स्थापित की हैं और इसे साइबर अपराधों की रोकथाम में सहायक उपकरण के रूप में देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रदेश में साइबर फ्रॉड्स से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज की स्थापना की गई है, जहां से बच्चों को साइबर सुरक्षा और फॉरेंसिक साइंसेज की शिक्षा मिल सकेगी।अंधकार युग में माफिया राज की समाप्ति
सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश के पूर्व शासनकाल की स्थिति का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी थी। उस समय माफिया और गुंडागर्दी का बोलबाला था। शरीफ नागरिक घर से बाहर नहीं निकल पाते थे, और माफिया स्वतंत्र रूप से अवैध गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। लेकिन आज प्रदेश में दंगा मुक्त, गुंडा मुक्त और माफिया मुक्त शासन स्थापित किया गया है। यह भी पढ़ें