कस्टम उपायुक्त निहारिका लाखा ने बताया कि दुबई से विमान संख्या एफएक्स 8325, एसजी 138 एवं एयर इंडिया की विमान संख्या एआई 1930 से लखनऊ पहुंचे चार यात्रियों के पास चेकिंग के दौरान तीन किलोग्राम सोना बरामद किया गया, जिसकी कुल कीमत 1 करोड़ 49 लाख 10 हजार रुपये है। उन्होंने बताया कि चारों यात्री सोने को पेस्ट के रूप में ढालकर अंडरवियर के बेल्ट क्षेत्र के अंदर के हिस्से में सिलकर सोना लेकर आ रहे थे। अफसरों को धोखा देने के लिए इन लोगों ने जीन्स के नीचे दो अंडरवियर पहने हुए थे।
कस्टम डिप्टी कमिश्नर निहारिका ने बताया कि संदेह के आधार पर कस्टम विभाग के अधिकारियों ने इनयात्रियों की तलाशी ली तो इनके पास से सोना बरामद हुआ। पूछताछ करने पर चारों यात्री कोई जवाब नहीं दे सके और इनके पास न ही कोई कागजात मिले। उन्होंने बताया कि कस्टम विभाग ने सीमा शुल्क प्रावधानों के तहत सोने को जब्त कर चारों को सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया।
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तस्करी के मामले
– जनवरी 2021 को डीआरआई लखनऊ ने 18 किलो 266 ग्राम विदेशी सोना पकड़ा था। तस्कर सोने को अपनी बेल्ट में छिपा कर ले जा रहे थे। यह सोना विदेश से तस्करी करके भारत लाया गया था।
– फरवरी 2020 में अमौसी एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने छह किलो सोना पकड़ा था। तस्कर 2.47 करोड़ रुपए कीमत के सोने केबिस्किटों को सेलो टेप में लिपटाये हुए थे। – फरवरी 2020 में कस्टम ने दुबई की फ्लाइट से आये एक तस्कर को 428 ग्राम सोने के साथ पकड़ा था। वह सोने को सूटकेस की बिडिंग में छिपाकर ला रहा था और स्कैनर को धोखा देने के लिए सोने पर रेडियम की पॉलिश करवाई थी।
– फरवरी 2020 में ही दुबई से आये मुंबई के असलम शब्बीर को साढ़े नौ लाख के सोने के साथ पकड़ा गया था। उसने कस्टम विभाग की नजरों से बचने के लिए सोने के बिस्किटों को गलाकर बेल्ट का बक्कल बनवा लिया था।
– वर्ष 2019 में अमौसी एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने एक करोड़ का सोना पकड़ा था। दुबई से लाये सोने को वैक्यूम क्लीनर और ट्रॉली बैग में छिपाकर लाया गया था। सोने की तस्करी की वजह
जानकार सोने की तस्करी की बड़ी वजह सोने पर कस्टम ड्यूटी बताते हैं। उनका कहना है कि जब-जब सोने पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाई गई है। तस्करी बढ़ी है। शायद इसीलिए केंद्र सरकार ने इस बार सोने पर कस्टम ड्यूटी कम कर दी है। कम ड्यूटी से आम व्यापारी को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सकेगा और ग्राहकों को भी सस्ता सोना मिलेगा। 17 जनवरी 2012 को भारत ने सोने के आयात पर 2 प्रतिशत का वैलोरेम कस्टम ड्यूटी लगाया था। इससे पहले 10 ग्राम तक के सोने पर 300 रुपये की नेशनल ड्यूटी लगती थी। वैलोरेम कस्टम ड्यूटी लगाने का मकसद सभी सोने के आयात का डॉक्यूमेंटेशन किया जा सके। इसके बाद ड्यूटी बढ़ती गई। एनडीए सरकार में 5 जुलाई 2019 को इसे बढ़ाकर 12.5 प्रतिशत कर दिया। इस बार सरकार ने कस्टम ड्यूटी को 5 फीसदी तक घटाया है।
जानकार सोने की तस्करी की बड़ी वजह सोने पर कस्टम ड्यूटी बताते हैं। उनका कहना है कि जब-जब सोने पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाई गई है। तस्करी बढ़ी है। शायद इसीलिए केंद्र सरकार ने इस बार सोने पर कस्टम ड्यूटी कम कर दी है। कम ड्यूटी से आम व्यापारी को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सकेगा और ग्राहकों को भी सस्ता सोना मिलेगा। 17 जनवरी 2012 को भारत ने सोने के आयात पर 2 प्रतिशत का वैलोरेम कस्टम ड्यूटी लगाया था। इससे पहले 10 ग्राम तक के सोने पर 300 रुपये की नेशनल ड्यूटी लगती थी। वैलोरेम कस्टम ड्यूटी लगाने का मकसद सभी सोने के आयात का डॉक्यूमेंटेशन किया जा सके। इसके बाद ड्यूटी बढ़ती गई। एनडीए सरकार में 5 जुलाई 2019 को इसे बढ़ाकर 12.5 प्रतिशत कर दिया। इस बार सरकार ने कस्टम ड्यूटी को 5 फीसदी तक घटाया है।