ये भी पढ़ें- Weather Update- फिर राजधानी में बढ़ा प्रदूषण, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट, यहां स्कूल बंद सरयू नदीं पर क्रूज- अयोध्या मंडल के सूचना उप निदेशक मुरलीधर सिंह ने अयोध्या की विकास योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि सबसे पहले अयोध्या तीर्थ विकास परिषद गठित की जाएगी। सरयू नदी पर एक क्रूज चलाने की भी योजना है। सरयू नदी के किनारे भगवान राम की 251 मीटर की विश्व की सबसे बड़ी मूर्ति बनेगी। उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या को तिरुपति जैसा शहर बनाया जा सकता है, लेकिन उसमे चार से पांच वर्ष लग जाएंगे। उन्हाेंने बताया कि अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय एयरपाेर्ट से अप्रैल 2020 में राम नवमी पर पहली उड़ान भरी जा सकेगी, इस बनाने की दिशा में तेजी से काम हाेगा।
ये भी पढ़ें- जिलाधिकारी ने जनता के बीट पकड़ा कॉलर, किया बवाल, स्मृति इरानी ने तुरंत कहा यह IMAGE CREDIT: net ऐसा हुआ तो ढ़ाई साल में मंदिर हो जाएगा तैयार- सिंह ने राम मंदिर निर्माण को लेकर बताया कि अयाेध्या में बनने वाला राम मंदिर देश का सबसे बड़ा धार्मिक स्थल हाेगा। इसके लिए 65 प्रतिशत पत्थर तराशे जा चुके हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मंदिर ढाई साल में बनकर तैयार हो सकता है, 2000 कारीगर प्रति दिन 8 घंटे काम करें। उन्होंने अन्य विकास कार्यों को लेकर कहा कि कस्बे में अंतरराष्ट्रीय बस टर्मिनल के अलावा अयोध्या रेलवे स्टेशन का भी विस्तार होगा, जिसमें 100 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। अयोध्या से फैजाबाद के बीच 5 किलोमीटर का फ्लाईओवर बनेगा। साथ ही पांच सितारा होटल व 10 रिजाॅर्ट्स का निर्माण भी दिसंबर से शुरू होने की उम्मीद है।
मंदिर के आसपास की जिम्मेदारी ट्रस्ट की-
सिंह ने यह भी बताया कि अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के आसपास के 5 किलोमीटर के मंदिरों की देखभाल की जिम्मेदारी भी प्रस्तावित ट्रस्ट की होगी। मंदिर के पास 77 एकड़ परिसर में कई धार्मिक संस्थान बनाए जाएंगे। इनमें राम मंदिर के पास में गोशाला, धर्मशाला ओर वैदिक संस्थान के साथ कई धार्मिक परिसर शामिल होंगे। साथ ही आध्यात्मिक नगरी के रूप में विकसित हाेने वाली अयाेध्या में 10 श्रीराम द्वार बनेंगे। श्रद्धालुओं के लिए 10 हजार रैन बसेरा बनाए जाएंगे। भगवान राम से जुड़े सभी तालाबाें का जीर्णाेद्धार किया जाएगा।
सिंह ने यह भी बताया कि अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के आसपास के 5 किलोमीटर के मंदिरों की देखभाल की जिम्मेदारी भी प्रस्तावित ट्रस्ट की होगी। मंदिर के पास 77 एकड़ परिसर में कई धार्मिक संस्थान बनाए जाएंगे। इनमें राम मंदिर के पास में गोशाला, धर्मशाला ओर वैदिक संस्थान के साथ कई धार्मिक परिसर शामिल होंगे। साथ ही आध्यात्मिक नगरी के रूप में विकसित हाेने वाली अयाेध्या में 10 श्रीराम द्वार बनेंगे। श्रद्धालुओं के लिए 10 हजार रैन बसेरा बनाए जाएंगे। भगवान राम से जुड़े सभी तालाबाें का जीर्णाेद्धार किया जाएगा।