अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक प्रदेश में कोरोना के केस बढ़ते नजर आ रहे। एक तरफ जहां गाजियाबाद, नोएडा में मामले बढ़ रहे वहीं अन्य जिलों में भी 1-2 मामले आने लगे हैं। इसी तरह पिछले 24 घंटों में 205 नए मामले दर्ज हुए हैं। यदि पिछले सात दिनों की बात करें तो कुल 1,116 मामले दर्ज हुए हैं। साथ प्रदेश भर में 5 मौतें भी हुई हैं। सरकार और स्वास्थ्य विभाग द्वार सख्त निर्देश हैं कि मास्क का पालन किया जाए। हर जिले में रोजाना एक हजार से लेकर 3500 जांचे हो रही है।
यह भी पढ़े – क्या समय से पहले खत्म हो जाएंगे प्राकृतिक संसाधन, जानिए क्या है प्रदेश की स्थिति अभी तक 97 फीसदी ओमिक्रान के मरीज तीसरी लहर में ओमीक्रोन वेरिएंट ज्यादा घातक नहीं रहा। इसलिए अस्पतालओं में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी कम रही। वहीं सरकारी आंकड़ों और रिपोर्ट के अनुसार विशेषज्ञों का कहना है कि ज्यादातर मौतों के लिए वायरस प्राथमिक कारण नहीं था। बीते दिनों संक्रमण से होने वाली मौतों का सैंपल लिया गया तो तो 97 फीसदी लोगों में ओमिक्रॉन वायरस मिला है।
यह भी पढ़े – आजम खान की गोपनीय बातें मुख्यमंत्री योगी तक पहुंचाएंगे शिवपाल क्या और कितना खतरनाक कोरोना का नया वैरिएंट WHO के मुताबिक, कोरोना का नया वैरिएंट XE इसी साल 19 जनवरी को यूके में मिला था। इस वैरिएंट से संक्रमित 600 से ज्यादा मरीज अब तक सामने आ चुके हैं। XE वैरिएंट ओमिक्रॉन के BA.2 के मुकाबले ज्यादा संक्रामक हो सकता है। BA.2 से ही ब्रिटेन में कोरोना की नई लहर आई थी. भारत में भी तीसरी लहर के पीछे BA.2 को जिम्मेदार माना गया था. XE दो अलग-अलग वैरिएंट से मिलकर बना है. UKHSA के चीफ मेडिकल फेसर सुसैन हॉप्किन्स का कहना है कि रिकॉम्बिनेंट वैरिएंट कोई नई बात नहीं है, खासतौर पर तब जब कई सारे वैरिएंट सामने आ चुके हैं।