स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, गाजियाबाद में 16, लखनऊ में पांच, फतेहपुर में चार लोग वायरस की चपेट में आए हैं। कुल 12 जिलों में सक्रमित मिले हैं जबकि 63 जिलों में सक्रमितों की संख्या शून्य है। प्रदेश में कुल ऐक्टिव मरीजों की संख्या 380 हो गई है। हालांकि कोरोना से मरने वालो की संख्या शून्य बनीं हुई है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चौथी लहर की आशंकी जताई जा रही है।
यह भी पढ़े – आईआईटी के वैज्ञानिक का दावा, तीसरी की तरह होगी चौथी लहर
प्रदेश में कम दिल्ली की संक्रमण दर कर रही प्रभावित
मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदेश में संक्रमण बहुत कम है। लेकिन दिल्ली-एनसीआर में कुछ दिनों से कोरोना के नए मामले और संक्रमण दर में इजाफा दर्ज हो रहा है। इससे प्रदेश के लिए भी खतरा बढ़ता जा रहा है। हालांकि दिल्ली से आने वाले लोगों का एयरपोर्ट पर अब सैंपल लिया जाएगा। दिल्ली में संक्रमण दर 2.49 प्रतिशत है।
प्रदेश में कम दिल्ली की संक्रमण दर कर रही प्रभावित
मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदेश में संक्रमण बहुत कम है। लेकिन दिल्ली-एनसीआर में कुछ दिनों से कोरोना के नए मामले और संक्रमण दर में इजाफा दर्ज हो रहा है। इससे प्रदेश के लिए भी खतरा बढ़ता जा रहा है। हालांकि दिल्ली से आने वाले लोगों का एयरपोर्ट पर अब सैंपल लिया जाएगा। दिल्ली में संक्रमण दर 2.49 प्रतिशत है।
इन लक्षणों पर विभाग को करे सूचित
सभी सरकारी तथा निजी स्कूलों को एक सर्कुलर जारी किया गया है। इसके अंतर्गच अगर किसी छात्र-छात्रा या अध्यापक को खांसी, जुकाम, बुखार या कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखे तो तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें। ताकि उनका टेस्ट कर कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके। अगर स्कूल के प्रबंधक कोरोना के मामले को छुपाते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सभी सरकारी तथा निजी स्कूलों को एक सर्कुलर जारी किया गया है। इसके अंतर्गच अगर किसी छात्र-छात्रा या अध्यापक को खांसी, जुकाम, बुखार या कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखे तो तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें। ताकि उनका टेस्ट कर कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके। अगर स्कूल के प्रबंधक कोरोना के मामले को छुपाते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह भी पढ़े – लुटेरे तोड़ ले गए 15 हजार नींबू, पुलिस को दी तहरीर, पहली बार नींबू के बगीचों में लगा पहरा तीसरी की तरह हो सकती है चौथी लहर आईआईटी के वैज्ञानिक प्रो मणींद्र अग्रवाल का कहना है कि चौथी लहर को लेकर असमंजस है। चौथी लहर तीसरी लहर की तरह होने की संभावना है। यदि कोरोना का वायरस म्यूटेट हो गया तो यह घातक भी साबित हो सकता है। इसलिए सतर्क रहने की भी सलाह दी है।