ट्रेन के यात्रियों में हड़कंप वहीं दूसरी तरफ ट्रेन से आए इस यात्री में संक्रमण की पुष्टि होने से कोच में बैठे दूसरे यात्रियों की जान भी मुश्किल में पड़ गई है। विशेषज्ञ डाक्टरों का कहना है कि सफर लंबा होने से चलते यह कोरोना संक्रमित दूसरे यात्रियों के संपर्क में भी जरूर आया होगा। जिससे दूसरे यात्रियों में भी संक्रमण का खतरा और ज्यादा बढ़ गया है। इसलिए दूसरे राज्यों से आने वाले सभी यात्रियों को हिदायत दी गई है कि वह कम से कम से 14 दिन खुद को आइसोलेट करें और कोरोना लक्षण नजर आने पर तुरंत जांच कराएं।
क्या है कोरोना का डेल्टा प्लस वेरिएंट आपको बता दें कि कोरोना का नया वेरिएंट डेल्टा प्लस अब डेल्टा के म्यूटेशन से आया है। विशेषज्ञों इस डेल्टा वेरिएंट को भारत में कोरोना की दूसरी लहर में तबाही के लिए जिम्मेदार बताते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में डेल्टा प्लस वेरियंट के करीब 40 नए मामले सामने आ चुके हैं। जानकारों की अगर मानें तो कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के संक्रमण पर वैक्सीन भी बेअसर हो सकती है, क्योंकि ये पिछले वाले सभी वायरस से बहुत ही ज्यादा खतरनाक है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक डेल्टा प्लस काफी खतरनाक है और फेफड़े की कोशिकाओं के रिसेप्टर से मजबूती से चिपकने में सक्षम है। इसकी वजह से फेफड़े को जल्द नुकसान पहुंचने की संभावना होती है। जिन लोगों को डेल्टा वेरिएंट ने अपनी चपेट में लिया है, उन्हें तेज खांसी और अलग ही तरह की भावना जैसे फनी ऑफ फीलिंग का अहसास हो रहा है। तेज सिरदर्द, गले में खरास और नाक बहना डेल्टा प्लस वेरिएंट से जुड़े सबसे आम लक्षण हैं। हमें अब और ज्यादा सजग रहने की जरूरत है।