ये भी पढ़ें- उपचुनाव में करारी हार के बाद मायावती का बड़ा कदम, बदल डाला प्रदेश अध्यक्ष, इन्हें दी जिम्मेदारी दिल्ली समेत देश के अन्य राज्यों में कोरोना की नई लहर के बाद प्रदेश में बढ़ते आंकड़ों को देख यूपी सरकार भी अलर्ट मोड पर आ गई है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि 19 से 30 नवंबर तक 12 दिनों का फोकस सैम्पलिंग के दूसरे चरण का अभियान चलाया जाएगा। आशंका जताई जा रही है कि यूपी में कोरोना की दूसरी लहर दिसंबर या जनवरी में आ सकती है। हालांकि स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह का कहना है कि वर्तमान के आंकड़े कोरोना की दूसरी लहर की ओर संकेत नहीं कर रहे है। यदि आएगी तो इसके लिए स्वास्थय विभाग तैयार है।
ये भी पढ़ें- उपचुनाव में हार के बाद इस नेता ने छोड़ा बसपा का साथ, पार्टी पर लगाया मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और सर्विलांस सिस्टम जारी रखें-
सीएम योगी ने कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक की व कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और सर्विलांस सिस्टम की व्यवस्था को जारी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बाहर से आ रहे लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाएं। उन्होंने कहा कि जब तक कोविड की कोई कारगर दवा या वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक सतर्कता ही बचाव है। कमांड व कंट्रोल सेंटर भी पूरी सक्रियता से संचालित रखें। रैंडम आधार पर भी लोगों की टेस्टिंग की जाए। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा मिली तारीख यह सिद्ध करती है कि यूपी में उठाए गए कदम सही है। लेकिन अन्य राज्यों व देशों में कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए हमें भी तैयार रहने की जरूरत है। अस्पतालों में आईसीयू बेड बढ़ाने की जरूरत है।
सीएम योगी ने कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक की व कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और सर्विलांस सिस्टम की व्यवस्था को जारी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बाहर से आ रहे लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाएं। उन्होंने कहा कि जब तक कोविड की कोई कारगर दवा या वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक सतर्कता ही बचाव है। कमांड व कंट्रोल सेंटर भी पूरी सक्रियता से संचालित रखें। रैंडम आधार पर भी लोगों की टेस्टिंग की जाए। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा मिली तारीख यह सिद्ध करती है कि यूपी में उठाए गए कदम सही है। लेकिन अन्य राज्यों व देशों में कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए हमें भी तैयार रहने की जरूरत है। अस्पतालों में आईसीयू बेड बढ़ाने की जरूरत है।
वर्तमान में 21,954 एक्टिव केस-
कोरोना से अब तक 5,16,616 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। प्रदेश में अब तक कुल 7,441 लोगों की इस महामारी से मृत्यु हो चुकी है। वर्तमान में 21,954 कोरोना के मरीजों का अब भी इलाज जारी है। प्रदेश में कोविड-19 रिकवरी रेट 94.31 प्रतिशत है। लखनऊ में बुधवार को 294 कोरोना मरीज मिले हैं।दिल्ली से सटे पश्चिम यूपी के जिले नोएडा, मेरठ व गाजियाबाद में भी कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी का कहना है कि जिन जिलों में अधिक कोरोना के मामले आ रहे हैं, वहां कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाई जाए व फोकस टेस्टिंग की जाए।
कोरोना से अब तक 5,16,616 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। प्रदेश में अब तक कुल 7,441 लोगों की इस महामारी से मृत्यु हो चुकी है। वर्तमान में 21,954 कोरोना के मरीजों का अब भी इलाज जारी है। प्रदेश में कोविड-19 रिकवरी रेट 94.31 प्रतिशत है। लखनऊ में बुधवार को 294 कोरोना मरीज मिले हैं।दिल्ली से सटे पश्चिम यूपी के जिले नोएडा, मेरठ व गाजियाबाद में भी कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी का कहना है कि जिन जिलों में अधिक कोरोना के मामले आ रहे हैं, वहां कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाई जाए व फोकस टेस्टिंग की जाए।