सरकार की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया कि मुख्यमंत्री योगी की मंशा है कि प्रदेश में जल्द से जल्द रैंडम सैंपलिंग कर ली जाए ताकि कोरोना संक्रमण के प्रसार का पता लग सके। इस दिशा में प्रदेश सरकार ने सभी बाल संरक्षण गृहों में रैंडम सैंपलिंग का कार्य पूरा कर लिया है। प्रदेश में बालक और बालिकाओं से जुड़ी कुल 172 बाल संरक्षण संस्थाएं हैं। इन सभी संस्थाओं में रैंडम सैंपलिंग का कार्य पूरा हो चुका है। सभी बाल संरक्षण संस्थाओं में मेरठ और कानपुर को छोड़कर प्रदेश में कही भी बच्चों की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आयी है। यानि प्रदेश की 171 संस्थाओं में निगेटिव रिपोर्ट आई। वहीं कानपुर में रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सभी बालिकाओं को अस्पताल और क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया है।
आवश्यक कदम उठाने होंगे
स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश के सभी जिलों के कुछ अर्बन स्लम की रैंडम सैंपलिंग भी की गई है। इस सैंपलिंग में 75 जिलों में से 58 जिलों के स्लम एरिया में कोई संक्रमण का मामला सामने नहीं आया है। वहीं 17 जिलों में संक्रमण के मामले सामने आए हैं। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमण वाले 17 जिलों को सतर्क किया है और इसे फैलने से रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश के सभी जिलों के कुछ अर्बन स्लम की रैंडम सैंपलिंग भी की गई है। इस सैंपलिंग में 75 जिलों में से 58 जिलों के स्लम एरिया में कोई संक्रमण का मामला सामने नहीं आया है। वहीं 17 जिलों में संक्रमण के मामले सामने आए हैं। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमण वाले 17 जिलों को सतर्क किया है और इसे फैलने से रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं।
गांवों में रैंडम सैंपलिंग कर चुकी है सरकार
सरकार की ओर बताया गया कि सरकार उन गांवों में रैंडम सैंपलिंग कर चुकी है जहां बाहर के राज्यों से मजदूर व श्रमिक आए थे। यही नहीं प्रदेश सरकार ने टेस्टिंग में नया रिकॉर्ड कायम करते हुए 160 गुना बढ़ाया है। इसके साथ ही होम डिलिवरी सेवाओं से जुड़े लोगों, न्यूज वेंडर्स आदि की रैंडम सैंपलिंग की जाएगी। इसी कड़ी में अस्पतालों से जुड़े ऐसे लोग जो सबसे पहले मरीजों या संदिग्धों के संपर्क में आते हैं, उनकी भी सैंपलिंग कराई जाएगी। इसमें पंजीकरण डेस्क के कर्मचारी, फार्मासिस्ट, आयुष्मान मित्र, सेल्समैन आदि शामिल हैं।
सरकार की ओर बताया गया कि सरकार उन गांवों में रैंडम सैंपलिंग कर चुकी है जहां बाहर के राज्यों से मजदूर व श्रमिक आए थे। यही नहीं प्रदेश सरकार ने टेस्टिंग में नया रिकॉर्ड कायम करते हुए 160 गुना बढ़ाया है। इसके साथ ही होम डिलिवरी सेवाओं से जुड़े लोगों, न्यूज वेंडर्स आदि की रैंडम सैंपलिंग की जाएगी। इसी कड़ी में अस्पतालों से जुड़े ऐसे लोग जो सबसे पहले मरीजों या संदिग्धों के संपर्क में आते हैं, उनकी भी सैंपलिंग कराई जाएगी। इसमें पंजीकरण डेस्क के कर्मचारी, फार्मासिस्ट, आयुष्मान मित्र, सेल्समैन आदि शामिल हैं।