वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने चेतावनी दी है कि भारत में ओमीक्रोन बीए.2 (Omicron BA.2) वेरिएंट के मामले बढ़ रहे हैं। इस वेरिएंट में मूल ओमीक्रोन से ज्यादा तेजी से फैलने की क्षमता है। चिंता की बात यह है कि कोरोना के कुछ लक्षण भी बदले हैं। अब सिर्फ बुखार, खांसी या जुकाम आदि कोरोना के लक्षण नहीं रह गए हैं। वैज्ञानिकों और त्वचा विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना त्वचा को प्रभावित कर सकता है, जिससे त्वचा से जुड़े कई लक्षण महसूस हो सकते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि कोरोना वायरस ह्यूमन एंडोथेलियल सेल्स को संक्रमित कर सकता है, जिससे त्वचा में सूजन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस हो सकता है, जिससे त्वचा की समस्याएं हो सकती हैं।
यह भी पढ़े – वैक्सीन ट्रायल को ढूंढे नहीं मिले 180 फ्रेश वालंटियर, कोरोना से कई गुना अधिक रखेगी सुरक्षित इंट्रा नेजल नई दिशा निर्देंशों पर जारी होगी नई गाइडलाइन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। इसमें स्कूल, बाजारों की पाबंदियां और भीड़-भाड़ को लेकर निर्णय लिया जा सकता है। हालांकि अधिकारियों का कहना है अभी लॉकडाउन जैसी स्थितियां नहीं है। भीड़-भाड़ रोकने के लिए मास्टर प्लान तैयार हो रहा है।
यह भी पढ़े – एसी और कार के लिए करता था अप्राकृतिक सेक्स, अंत में महिला ने उठाया ये कदम इन लक्षणों को भी न करें नजरअंदाज कोविड में अब नए नए लक्षण सामने आ रहा है। कोविड डिजिट होने पर पैर की उंगलियों में रंग बदलना और सूजन पैदा हो सकती है। यही वजह है कि इसे COVID toes के रूप में भी जाना जाता है। इसमें मरीज को प्रभावित हिस्सा बैंगनी या गहरे रंग का हो सकता है। मरीजों में एक त्वचा से जुड़ा एक अन्य विकार भी नजर आ सकता है जिसे पिट्रियासिस रसिया कहते हैं। इसमें त्वचा का रंग गहरा, भूरा या काला हो जाता है।
प्रदेश में कोरोना की स्थिति वर्तमान में कुल एक्टिव केस की संख्या 1277 है। विगत 24 घंटों में 94324 कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 210 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 132 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए। गौतमबुद्ध नगर में 120, गाजियाबाद में 49 और लखनऊ में 12 नए पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है। इन जिलों में अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए।