ये भी पढ़ें- श्रावस्ती हुआ कोरोना मुक्त, सीएम योगी ने की प्रबंधन की तारीफ, देंगे पुरस्कार 23 वर्षीय छात्रा में मिला डेल्टा प्लस वेरिएंट-
गोरखपुर की रहने वाली एक 23 वर्षीय एमबीबीएस की छात्रा में डेल्टा प्लस वेरिएंट मिला है। वह मूल रूप से लखनऊ की रहने वाली है और बीआरडी मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रही है। करीब एक माह पहले वह संक्रमित पाई गई थी, जिसके बाद जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए उसका सैंपल भेजा गया था। बुधवार को इंस्टीट्यूट आफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलाजी (आइजीआइबी), नई दिल्ली से जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट आई। इसमें वह डेल्टा प्लस संक्रमित पाई गई। जानकारी के मुताबिक लड़की की हालत में पहले की अपेक्षा सुधार है। वह होम आइसोलेट है।
गोरखपुर की रहने वाली एक 23 वर्षीय एमबीबीएस की छात्रा में डेल्टा प्लस वेरिएंट मिला है। वह मूल रूप से लखनऊ की रहने वाली है और बीआरडी मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रही है। करीब एक माह पहले वह संक्रमित पाई गई थी, जिसके बाद जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए उसका सैंपल भेजा गया था। बुधवार को इंस्टीट्यूट आफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलाजी (आइजीआइबी), नई दिल्ली से जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट आई। इसमें वह डेल्टा प्लस संक्रमित पाई गई। जानकारी के मुताबिक लड़की की हालत में पहले की अपेक्षा सुधार है। वह होम आइसोलेट है।
66 वर्षीय बुजुर्ग की हुई मौत-
देवरिया के रहने वाले 66 वर्षीय बुजुर्ग 17 मई को कोरोना संक्रमित मिले थे। गंभीर हालत में उन्हें बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जून में उनकी मौत हो गई थी। मृत्यु से पहले उनके सैंपल लिए गए थे। जिल्ली से आई टेस्ट रिपोर्ट में पाया गया कि मरीज डेल्टा प्लस वेरिएंट से संक्रमित था। इन दोनों के संपर्क में आए सौ लोगों की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई है। किसी में भी नया वेरिएंट नहीं मिला है।
देवरिया के रहने वाले 66 वर्षीय बुजुर्ग 17 मई को कोरोना संक्रमित मिले थे। गंभीर हालत में उन्हें बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जून में उनकी मौत हो गई थी। मृत्यु से पहले उनके सैंपल लिए गए थे। जिल्ली से आई टेस्ट रिपोर्ट में पाया गया कि मरीज डेल्टा प्लस वेरिएंट से संक्रमित था। इन दोनों के संपर्क में आए सौ लोगों की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई है। किसी में भी नया वेरिएंट नहीं मिला है।
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अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने जानकारी देते हुए कहा कि जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए सैंपल में दो की रिपोर्ट डेल्टा प्लस वेरिएंट पॉजिटिव आई। इसके मद्देनजर प्रदेश में सतर्कता बढ़ा दी गई है।
अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने जानकारी देते हुए कहा कि जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए सैंपल में दो की रिपोर्ट डेल्टा प्लस वेरिएंट पॉजिटिव आई। इसके मद्देनजर प्रदेश में सतर्कता बढ़ा दी गई है।
क्या है लक्षण-
कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट पुराने सभी वेरिएंट से ज्यादा खतरनाक है। यह फेफड़े से काफी मजबूती से चिपक जाता है और रोगी की इम्युनिटी को कमजोर कर उसे चकमा दे देता है। इससे संक्रमित व्यक्ति में गंभीर रूप से सर्दी, जुकाम, खांसी, गले में खराश व नाक बहने आदि जैसे लक्षण दिखते हैं।
कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट पुराने सभी वेरिएंट से ज्यादा खतरनाक है। यह फेफड़े से काफी मजबूती से चिपक जाता है और रोगी की इम्युनिटी को कमजोर कर उसे चकमा दे देता है। इससे संक्रमित व्यक्ति में गंभीर रूप से सर्दी, जुकाम, खांसी, गले में खराश व नाक बहने आदि जैसे लक्षण दिखते हैं।