2013 की है घटना घटना 2013 की है। विनय शंकर तिवारी ने 15 अप्रैल को क्लियरट्रिप के जरिए लखनऊ से दिल्ली के लिए हवाई टिकट बुक किया था। इंडिगो फ्लाइट नंबर 6 ई -141 का ईआरबीवीएलएस था जबकि प्रस्थान का समय सुबह 10.50 बजे था। वह अमौसी एयरपोर्ट पहुंचे और फ्लाइट में अपनी आवंटित सीट नंबर 5ए पर बैठ गए। शिकायतकर्ता ने कहा कि कि टेक-ऑफ से ठीक पहले, इंडिगो के केबिन क्रू ने उन्हें बताया किया कि उनका टिकट कैंसल कर दिया गया है। कारण पूछने पर उन्हें बताया गया कि उनकी तरफ से टिकट रद्द नहीं किया गया है।
न कोई मैसेज न स्क्रीनशॉट इंडिगो से पूछताछ में पता चला कि शैलेंद्र नाम के शख्स ने सुबह 7.38 बजे टिकट रद्द कर दिया था। उधर, आयोग ने कहा कि अगर टिकट सुबह 7.38 बजे रद्द कर दिया गया था, तो उन्होंने तिवारी को चेक इन करने की अनुमति क्यों दी। इंडिगो एयरलाइंस ने न तो उस व्यक्ति का मोबाइल नंबर लिया और न ही तिवारी को कोई मैसेज का स्क्रीनशॉट दिया।