भाजपा और कांग्रेस तनातनी के बीच पिछले दिनों लोकसभा में स्मृति ईरानी के बेटी द्वारा अवैध बार चलाए जाने को लेकर मुद्दा उठा था। इसके अलावा मेघालय पुलिस ने वेस्ट गारो हिल्स जिला मुख्यालय तुरा के बाहरी इलाके में स्थित एक फार्म हाउस में छापा मार वहां कथित तौर पर चल रहे ‘वेश्यालय’ से छह बच्चों को छुड़ाया था। पुलिस के अनुसार ये वेश्यालय बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बर्नार्ड एन मराक द्वारा चलाया जा रहा था। जिसके आदार पर कांग्रेस ने भाजपा सरकार को आइना दिखाया। बता दें कि इससे पहले भी कांग्रेस ने मोदी सरकार से सवाल किया था कि गुजरात में चल रहे ड्रेग कोराबार का सरगना कौन है? कांग्रेस के ट्वीट के बाद एक बार फिर बीजेपी सरकार के मंत्रियों पर सवाल उठने लगे हैं। एक यूजर ने लिखा कि ‘यह है बीजेपी की जन्म कुंडली जो अंधभक्त नहीं पढ़ पा रहे कृपया वह भी थोड़ा सा दिमाग पर जोर देकर पढ़ ले ताकि थोड़ा बहुत सुधार हो सके तुम्हारा और तुम्हारे दिमाग’। इसी तरह के कई कमेंट आए।
यह भी पढ़े – पूर्वांचल के माफिया पूर्व सांसद धनंजय सिंह को नई जिम्मेदारी, नीतीश कुमार ने बनाया JDU का राष्ट्रीय महासचिव सदन में क्या हुआ मामला भाजपा सांसद नारा लगा रहे थे और सोनिया गांधी का नाम ले रहे थे। कांग्रेस अध्यक्ष ने इस दौरान भाजपा की वरिष्ठ सांसद रमा देवी का रुख किया और उनसे बात कर रही थी। तभी वहां केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पूरे तैश के साथ आईं। बताते हैं कि पहले तो सोनिया गांधी ने स्मृति ईरानी को नजरअंदाज किया, लेकिन स्मृति ने जोर देकर कहा कि मैडम, मैं आपकी सहायता करूं? आपका नाम मैंने लिया है। वहां मौजूद एक सांसद के अनुसार स्मृति ईरानी के हाव-भाव देखकर सोनिया गांधी ने कुछ तेज आवाज में कहा कि तुम मुझसे बात मत करो। इसके बाद स्मृति ईरानी भी कुछ बोलती रहीं और सोनिया भी। कांग्रेस के सांसद गौरव गोगोई, एनसीपी की सुप्रिया सूले, तृणमूल की अपरुपा पोद्दार ने स्थिति को संभालने की कोशिश की। सोनिया को वहां से दूर ले गईं। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ ली।