आयोग से की गई लिखित शिकायत राज्य निर्वाचन आयोग में आम आदमी पार्टी के नेता प्रवीण विश्वकर्मा ने शनिवार को लिखित शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया है कि पार्टी ने उन्हें पार्षद प्रत्याशी घोषित किया था। बाद में उनसे यह कहकर 40 हज़ार रूपये की मांग की गई कि मेयर का चुनाव भी इन्हीं पैसों से लड़वाना है। लिखित शिकायती पत्र में पार्टी के नेता गौरव माहेश्वरी और पर्यवेक्षक श्याम कुमार सिंह पर आरोप लगाया गया है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि उनका टिकट काटकर जिस प्रत्याशी को टिकट दिया गया है, उससे रूपये लिए गए हैं। लिखित शिकायती पत्र में मांग की गई है कि पार्टी को चुनाव में हिस्सा लेने से रोका जाये।
पार्टी ने किया आरोपों का खंडन दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के नेता गौरव माहेश्वरी ने आरोपों का खंडन करते हुए इसे राजनैतिक आरोप बताया है। गौरव ने सफाई देते हुए कहा है कि जिस साक्ष्य के आधार पर आरोप लगाया गया है, उसे सामने लाया जाये। यदि उनके खिलाफ आरोप साबित हो जाते हैं तो वे जीवन भर के लिए राजनीति से सन्यास ले लेंगे। गौरव ने कहा कि टिकट नहीं मिलने के कारण इस तरह के अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं।